किरण पटेल मामले में शामिल व्यक्ति के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई: ललन
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने कहा है कि किरण पटेल मामले में शामिल व्यक्ति पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में फर्जी लोग जगह-जगह फैले हुए हैं और अपनी फर्जीवाड़े की दुकान चला रहे हैं.
उन्होंने शनिवार को कहा कि यह बेहद हास्यास्पद बात है कि एक आदमी जम्मू कश्मीर जाकर पांच सितारा होटल में ठहरकर उप राज्यपाल के साथ घूमा, खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय का अधिकारी बताया और केन्द्रीय गृह मंत्रालय को पता ही नहीं चला.
ललन सिंह ने सवाल किया कि आखिर किसने उस आदमी को जेड़ सुरक्षा मुहैया कराई? किसने उसके लिए पांच सितारा होटल में रहने की व्यवस्था कराई ? किसने उसे बुलेट प्रूफ कार उपलब्ध कराया ? कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब अब तक नहीं मिले और भविष्य में भी मिलने के आसार नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि यह देश इसी तरह चल रहा है. रेवड़ी की तरह सुरक्षा बांटे जा रहे हैं. व्यक्ति की निजी सुरक्षा व्यवस्था को स्टेटस सिम्बल बना दिया गया है.
उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार को समझना चाहिए कि निजी सुरक्षा बांटने से वोट नहीं मिलते. जनहितैषी कार्यों को करने से मिलते हैं.
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि किरण पटेल जैसे फर्जी लोगों को सुरक्षा मुहैया करवाने और उसके लिए पांच सितारा होटल और बुलेट प्रूफ गाड़ी की व्यवस्था करवाने की जांच होनी चाहिए और इसमें शामिल व्यक्ति पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
क्या है किरण पटेल का मामला
दरअसल, हाल ही में जम्मू कश्मीर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां गुजरात का रहने वाला किरणभाई पटेल नाम का एक शख्स करीब 6 महीने से खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय का वरिष्ठ अधिकारी बताकर जम्मू कश्मीर में घूमता रहा. हैरानी की बात यह है कि इस दौरान उसे जेड प्लस सुरक्षा, एक बुलेटप्रूफ महिंद्रा स्कॉर्पियो एसयूवी, पांच सितारा होटल में आधिकारिक प्रवास समेत तमाम तरीके की सुविधा दी गई.
किरण पटेल ने अपनी जम्मू कश्मीर यात्रा के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिसमें वह CRPF के जवानों से घिरा हुआ नजर आ रहा है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि किरण पटेल ने अपनी जम्मू कश्मीर की यात्राओं के दौरान ना सिर्फ शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठकें की बल्कि एलओसी सहित सेना के महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा भी किया.
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इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब खुफिया एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर पुलिस को इस मामले को लेकर अलर्ट किया. 2 मार्च को जब किरण पटेल तीसरी बार कश्मीर आया तो सीआईडी अधिकारियों को भी उसके बारे में शक हुआ. इसका कारण यह था कि अधिकारियों को किसी वीआईपी मूवमेंट की जानकारी नहीं थी. ऐसे में जब अधिकारियों ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास से 10 फर्जी विजिटिंग कार्ड और 2 मोबाइल फोन बरामद हुए. पुलिस ने उसके खिलाफ IPC की धारा 419, 420, 467, 468 और 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
(इनपुट-एजेंसी)