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कोविड-19 स्ट्रेन: ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों के लिए एसओपी जारी

नई दिल्ली (TBN – The Bihar Now डेस्क)| भारत सरकार ने मंगलवार को उत्तर-पश्चिमी यूरोप में खोजे गए SARS-CoV-2 के नए संस्करण को देखते हुए हाल ही में यूनाइटेड किंगडम की यात्रा करने वाले लोगों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOPs) जारी किया है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एसओपी जारी करते हुए कहा कि SARS-CoV-2 का नया संस्करण अधिक संक्रमणीय है और युवा आबादी को प्रभावित करता है. मंत्रालय ने अपने बयान में यह भी चेतावनी दी कि वायरस के स्पाइक प्रोटीन में परिवर्तन के कारण वायरस अधिक संक्रामक हो सकता है और लोगों के बीच अधिक आसानी से फैल सकता है.

यहां नवीनतम दिशानिर्देश दिए गए हैं:

  1. सभी अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को पिछले 14 दिनों के यात्रा इतिहास की घोषणा करने और स्व-घोषणा फॉर्म भरना आवश्यक है.
  2. यूके के वे अंतरराष्ट्रीय यात्री जो 25 नवंबर से 8 दिसंबर, 2020 (25 नवंबर के बाद सप्ताह पहले और दूसरे सप्ताह) के बीच भारत आए हैं, उन सबको आरटी-पीसीआर परीक्षण से गुजरना होगा.
  3. सैम्पल टेस्ट में पाज़िटिव आने के मामले में, स्पाइक जीन-आधारित आरटी-पीसीआर परीक्षण भी किया जाएगा.
  4. टेस्ट में पाज़िटिव यात्रियों को संबंधित राज्य अधिकारियों द्वारा एक संस्थागत आइसोलेशन के लिए भेजा जाएगा.
  5. यदि किसी यात्री में कोविड-19 के नये रूप/स्ट्रेन का पता चलता है, तो उन्हें बीमारी के गंभीरता के आधार पर होम आइसोलेशन या प्रोटोकॉल के मुताबिक उपचार उपचार दिया जाएगा.
  6. यदि व्यक्ति SARS-CoV-2 के नए संस्करण से संक्रमित पाया जाता है, तो उसे अलग आइसोलेशन यूनिट में रहना होगा.
  7. राज्य सरकारें यह सुनिश्चित करेंगी कि ब्रिटेन में हवाईअड्डों के माध्यम से यात्रा या परिवहन करने वाले और भारत में उतरने वाले यात्री आगमन के बाद आरटी-पीसीआर परीक्षण करवाएं.
  8. यूके के वे अंतर्राष्ट्रीय यात्री जो 25 नवंबर से 8 दिसंबर तक भारत आए हैं, उनसे जिला निगरानी अधिकारियों द्वारा भी संपर्क किया जाएगा और उनके स्वास्थ्य की निगरानी करने की सलाह दी जाएगी.