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सोशल मीडिया पर छलका सीनियर आईपीएस अधिकारी का दर्द

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| राज्य में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. अब मामला सीनियर अधिकारियों से संबंधित है. अभी सीनियर आईएएस अधिकारी केके पाठक (matter of KK Pathak, IAS) का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक और बड़ा मामला सामने आ गया है. इस बार मामला एक आईपीएस अधिकारी से संबंधित है.

जानकारी के मुताबिक, राज्य के एक कड़क और ईमानदार छवि के आईपीएस अधिकारी विकास वैभव (Vikas Vaibhav, IPS officer of honest image) से संबंधित है. विकास वैभव अपने ही डीजी के शिकार हो गए लगते हैं. इस बावत उन्होंने सोशल मीडिया पर सबों के साथ अपना दर्द बांटने की कोशिश की. हालांकि थोड़ी देर बाद उन्होंने अपना संदेश डिलीट भी कर दिया.

वर्तमान में होमगार्ड और फायर सर्विसेज में आईजी (IG Home Guard and Fire Services) के पद पर पदस्थापित आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने ट्वीटर (twitter) पर अपना दर्द छलकाते हुए लिखा था कि उन्हें उनके ही डीजी द्वारा गंदी-गंदी गालियां दी जाती है. उन्होनें लिखा, “आईजी होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज का दायित्व 18 अक्टूबर, 2022 को दिया गया था. तब से सभी दायित्वों के निर्वहन का हर संभव प्रयास कर रहा हूं. प्रतिदिन तब से अनावश्यक रूप से डीजी मैडम के मुख से गालियां ही सुन रहा हूं लेकिन मन आज वास्तव में द्रवित है.”

बता दें, विकास वैभव ने देर रात 1:43 बजे ट्वीट कर डीजी होमगार्ड की कथित करतूत की पोल खोली. हालांकि कुछ समय के बाद उन्होंने ट्वीट डिलीट भी कर दिया लेकिन इसी दौरान किसी ने ट्वीट का स्क्रीन शॉट ले लिया और वायरल कर दिया.

विकास वैभव ने फेसबुक पर लिखा था कि उनकी पत्नी और माता को संबोधित करके डीजी मैडम ने एकांत में गाली दी थी. वैसे उससे पहले उन्होंने मध्यरात्रि करीब 12.05 बजे एक ट्वीट किया था जिसमें लिखा है, “#यात्रीमन व्याकुल है ! बंधनों से मुक्त होना चाहता है ! परिस्थितियाँ अवरोध उत्पन्न करती प्रतीत भले हो रहीं हों परंतु #यात्रीमन यह भी जानता है कि #यात्री_मन को कोई बांध नहीं सकता है ! जो निर्धारित है वह स्वयं अपना मार्ग प्रशस्त करेगा ! शेष सब माया ही है परंतु कर्म महत्वपूर्ण है !

उनके इस ट्वीट के बाद से लोगों के जवाब लगातार आ रहे हैं जिसमें लोगों द्वारा उन्हें तरह-तरह के सुझाव दिए जा रहे हैं. महेश कुमार ने लिखा है,”आपकी लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ रही है जिसके चलते अन्य अधिकारी ज्वलंत की भावना रख रहे हैं, और आलोचनात्मक हो व्यंग्य कर रहे है, ऐसा हम लोग होने नहीं देंगे क्योंकि जब भी कोई बिहार को बदलने वाला आता है तो बहुत सारी बाधाएं सामने खड़ी हो जाती है, इसलिए इन सब को मुंहतोड़ जवाब देना होगा.”

वहीं, राहुल कुमार सिंह ने लिखा है, “विकास जी, सूर्य की किरणों को बंधन में रखने की चेष्टा करने वाले हाथ अंत में पश्चाताप करते हैं क्योंकि, चेष्टा के उपरांत हाथों में कुछ रहता नहीं. इसलिए जो हो रहा है उसपर कृष्ण की तरह मुस्कान कीजिए.”

गोपाल कुमार ने विकास वैभव के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, “फूलों के रंगीन लहर पर ओ उतरनेवाले ! ओ रेशमी नगर के वासी! ओ छवि के मतवाले! सकल देश में हालाहल है, दिल्ली में हाला है, दिल्ली में रौशनी, शेष भारत में अंधियाला है.”

बात जो हो, लेकिन जब उनके जैसा ऑफिसर इस तरह की बातें सोशल मीडिया पर लिखना शुरू कर दे, तो मामला बहुत ही संगीन लगता है. वैसे विकास वैभव के शब्दों से उनके अंतर्मन में हो रहे उथल पुथल को समझना लोगों के लिए बहुत आसान है. इसलिए तो लोगों ने उनके ट्वीट पर जोरदार समर्थन किया है.

विकास वैभव जैसे एक सीनियर और कड़क ईमानदार ऑफिसर के साथ ऐसा होना राज्य के प्रशासनिक माहौल के लिए अच्छा नहीं माना जा सकता है. ऐसी स्थिति में सरकार का ईमानदार ऑफिसर के प्रति क्या रवैया रहता है, देखना दिलचस्प होगा. लेकिन लोगों द्वारा दबी जुबान में यह कहा जा रहा कि इन सबके पीछे कुछ राजनीतिक दलों का हाथ है क्योंकि विकास वैभव ने बिहार के गौरवशाली वैभव को पुनर्जीवित करने के लिए लेट्स इन्सपाइर बिहार (Lets’ Inspire Bihar) नामक एक मुहिम छेड़ रखी है, जिस कारण इन राजनीतिक पार्टियों को भविष्य में इससे राजनीतिक घाटा होने का अंदेशा लग रहा है. हालांकि, विकास वैभव से मीडिया वालों ने संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है. वहीं, डीजी होमगार्ड शोभा अहोतकर से मामले पर प्रतिक्रिया के लिए मीडिया द्वारा कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.