पटना एम्स में ट्रायल का दूसरा चरण: वालंटियर युवक को पड़ा वैक्सीन का दूसरा डोज

Patna (TBN – The Bihar Now डेस्क) | भारत बायोटेक और आईसीएमआर ने देश में विकसित कोवैक्स वैक्सीन को कोरोना से बचाव के लिए तैयार किया है. जानवरों पर परीक्षण में इसके सफल होने के बाद मानव शरीर पर इसका परीक्षण चल रहा है. आईसीएमआर ने इस वैक्सीन के ट्रायल के लिए 13 संस्थानों को निर्देश दिया था. निर्देशानुसार एम्स पटना में भी इसका ट्रायल चल रहा है.
पटना एम्स में प्रोग्राम के तहत बुधवार को कोरोना वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल का दूसरा चरण शुरू कर दिया. पटना एम्स के अधीक्षक सीएम सिंह ने बताया कि 15 जुलाई को 30 साल के जिस युवक को पहला डोज पड़ा था, उसे ही 0.5 एमएल वैक्सीन को डोज दूसरा डोज दिया गया.
दूसरा डोज देने के बाद डॉक्टरों की टीम ने उसे चार घंटे तक अपनी निगरानी में रखा. बताया दें कि दूसरे डोज का भी उसपर साइड कोई इफेक्ट नहीं हुआ.
कोरोना की रोकथाम के लिए यह भारत बायोटेक और आईसीएमआर द्वारा विकसित पहली कोवैक्स वैक्सीन है, जिसका ट्रायल मानव शरीर पर चल रहा है.
एम्स के एमएस डॉ. सीएम सिंह ने बताया कि आठ जुलाई को पहली बार छह लोगों को कोरोना वैक्सीन दिया गया था। पहले 14 दिनों में इनमें से किसी भी व्यक्ति पर इसका कोई साइड इफेक्ट नही हुआ है. सभी लोग सामान्य जीवन जी रहे हैं.
उन्होंने ये भी बताया कि एम्स देश का पहला संस्थान है जिसने दूसरे डोज का सबसे पहले ट्रायल कर दिया. डॉ. सीएम सिंह ने कहा कि पहले चरण में 375 और दूसरे चरण में 750 लोगों पर ह्यूमन ट्रायल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि एम्स में ट्रायल कि रफ्तार बहुत अच्छी है. वहीं गुरुवार को 7 लोगों पर दूसरा ट्रायल होगा.
पहली डोज के 28वें दिन से उनके शरीर में बननेवाले एंटीबॉडी का अध्ययन किया जाएगा. अगर लोगों में एंटीबॉडी बेहतर रहा तो वैक्सीन को सफल माना जा सकता है.