नीतीश सरकार का फैसला, राज्य के स्कूल-कॉलेज खुलेंगे 4 जनवरी से
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| देशभर में कोरोना महामारी (Covid – 19 Pandemic) लॉकडाउन के कारण लगभग आठ महीने के बंद के बाद, बिहार के स्कूल 4 जनवरी, 2020 से सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ फिर से खुलने के लिए तैयार हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने शुक्रवार को क्राइसिस मैनेजमेंट (Crisis Management) की बैठक के बाद इस फैसले की घोषणा की.
अपने आज शुक्रवार के आदेश में, एनडीए के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने स्कूल अधिकारियों को 4 जनवरी 2021 से शुरू होने वाले अपने सीनियर क्लासों और छात्रावासों को फिर से खोलने का निर्देश दिया है. इसकि घोषणा करते हुए, राज्य सरकार ने यह भी कहा कि वह हर स्कूल में मुफ्त मास्क वितरित करेगी.
रिपोर्टों के अनुसार, सरकार ने 4 जनवरी से सीनियर क्लासों को फिर से खोलने के लिए कहा है और 15 दिनों के अवलोकन के बाद अगर सभी मानक ठीक रहते हैं तो जूनियर क्लासों को भी फिर से खोल दिए जाएंगे.
शुक्रवार को राज्य के चीफ सेक्रेटरी दीपक कुमार ने मीडिया को बताया कि आज क्राइसिस मैनेजमेंट (Crisis Management) की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि आगामी 4 जनवरी से स्कूल, कॉलेज और कुछ शैक्षणिक संस्थानों को क्रमबद्ध तरीके से खोला जाएगा. उन्होंने कहा कि जितने भी स्कूल हैं, उनमें पहले हायर क्लासेस यानि 9वीं से 12वीं तक की क्लासों को खोला जाएगा और कॉलेज में जो फाइनल ईयर में हैं, उनके लिए क्लास खोले जाएंगे. साथ ही, राज्य में कोचिंग संस्थानों को भी खोला जाएगा.
दीपक कुमार ने कहा कि सभी क्लासों को इस तरीके से चलाया जाएगा कि यदि किसी क्लास में 50 बच्चे हैं तो 25 बच्चे एक दिन आएंगे और बाकी 25 बच्चे दूसरे दिन आएंगे ताकि सोशल डिस्टेंस मेंटेन रहे. उन्होंने यह बताया कि 4 जनवरी के 15 दिन बाद से बाकी क्लासेस खुलेंगे, यानि 9वीं कक्षा से नीचे के क्लास 18 जनवरी 2021 से खोले जाएंगे. उसी तरह कॉलेजों में बाकी कक्षाएं 18 जनवरी से शुरू किए जाएंगे.
कोविड-19 एसओपी (SOP) का पालन हो
चीफ सेक्रेटरी ने बताया कि क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में तीसरा निर्णय यह लिया गया कि स्कूल प्रशासन यह देखना होगा कि स्कूल में बच्चे मास्क पहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण रूप से पालन हो. साथ ही यह भी निर्णय लिया गया है कि जितने भी सरकारी स्कूल हैं, वहां शिक्षा विभाग, बिहार सरकार की ओर से बच्चों को दो-दो मास्क मुफ़्त में दिए जाएंगे. बाकी जितने भी शैक्षणिक संस्थान होंगे उनको यह इंश्योर करना होगा कि बच्चे मास्क पहनकर आएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
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दीपक कुमार ने बताया कि शैक्षणिक संस्थानों को खोले के बाद सरकार कोरोना संक्रमण के फैलाव पर नजर रखेगी तथा हर हफ्ते इसकी समीक्षा करेगी. उन्होंने बताया कि 4 जनवरी से शैक्षणिक संस्थानों को खोलने के एक हफ्ते बाद स्थिति का आंकलन किया जाएगा. हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स के बारे में उन्होंने बताया कि जितने भी कोचिंग संस्थान हैं, उनके बच्चे जिस भी हॉस्टल में रहते हैं, वे 4 जनवरी के पहले जिला के डीएम को अपना प्लान बनाकर देंगे कि उनके संस्थान व हॉस्टल में कोरोना एसओपी (SOP) का पालन कैसे किया जाएगा.