समाजसेवी ने कराई गांव में सेनेटाइजिंग एवं ग्रामीणों की कोरोना जांच
कोचस / रोहतास (धनंजय कुमार – The Bihar Now रिपोर्ट)| कोचस प्रखंड क्षेत्र के सावनडीहरी गांव में कोरोना के मद्देनजर कोई सरकारी सुविधा नहीं मिलने के कारण वहां के निवासी काफी दहशत में हैं. निराश ग्रामीणों ने एक समाजसेवी से मदद की गुहार लगाई.
बता दें कि गांव में एक युवक की कोरोना संक्रमण से मौत होने के बाद वहां हड़कंप मच गया. सरकारी सुविधाएं न मिलने पर निराश हो कर ग्रामीणों ने समाजसेवी विवेक कुमार पांडे उर्फ सोनू पांडे से गांव में सेनेटाइजर की छिड़काव एवं दहशत में जी रहे ग्रामीणों की कोरोना जांच कराने की गुहार लगाई.
ग्रामीणों एवं परिवार के सदस्यों की गुहार लगाने के बाद समाजसेवी ने गांव में जाकर पूरे गांव को सैनिटाइजिंग एवं कोरोना संक्रमित के घर के सदस्यों एवं आसपास के लोगों का कोरोना जांच कराया. यह करगहर पीएचसी में कार्यरत लैब टेक्निसियन सनोज कुमार ने किया. हालांकि राहत वाली बात रही कि कोरोना संक्रमण के जांच के दौरान कोई भी शख्स पॉजिटिव नहीं पाया गया.
समाजसेवी के इस पहल से गांव के लोगों में खुशी देखी गई. कोरोना को लेकर गांव में जो डर का माहौल बना हुआ था वह डर लोगों के मन से खत्म हो गया.
संक्रमित के परिवार के एक सदस्य ने बताया कि उसके बड़े भाई की अचानक तबीयत बिगड़ गई. वह स्थानीय झोलाछाप डॉक्टरों से अपना इलाज करा रहे थे. तभी उनकी तबीयत और बिगड़ गई. जिसके बाद उन्हें कोचस के एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया. लेकिन वहां के इलाज से कोई फायदा नहीं होने पर उन्हें मोहनिया के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया. इस हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने उनके लन्स खराब होने की बात कही.
इसके बाद परिजनों के द्वारा मरीज को बनारस इलाज के लिए ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में उनकी मौत हो गई. बनारस के बीएचयू के डीआरडीए संस्था के द्वारा जब मृतक की कोविड टेस्ट किया गया जिसमें उसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई. जिसके बाद संस्था ने मृतक का दाह संस्कार बनारस में ही कर दिया. इस घटना के बाद से ही परिवार के सदस्य एवं ग्रामीण कोरोना को लेकर दहशत में थे.