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पुरातत्व विभाग की खुदाई में मिले महाभारत कालीन अवशेष

अररिया (TBN – The Bihar Now डेस्क)| जोगबनी सीमा (Jogbani boarder) से सटे पड़ोसी देश नेपाल के कोशी प्रदेश (Kosi region of Nepal) में पुरातत्व विभाग (Archeology Department) की खुदाई में महाभारत कालीन भवन के अवशेष (Remains of Mahabharata era building) मिले हैं. ये अवशेष दो हजार दो सौ वर्ष पुराना बताये जा रहे है.

कोशी प्रदेश अंतर्गत झापा जिले के भद्रपुर नगरपालिका वार्ड संख्या तीन के पृथ्वीनगर स्थित महाभारतकालीन कीचकवध स्थल (Kichkvadh site of Mahabharata period) पर पांच भवन की संरचना होने की पुष्टि की गयी है. उक्त स्थान में पुरातत्व विभाग के द्वारा की गई खुदाई के बाद इसकी पुष्टि हुई है.

पुरातत्वविद उद्धव आचार्य (Archaeologist Uddhav Acharya) ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि उत्खनन स्थल के उत्तर पूर्व में एक बहुमंजिल बड़ा भवन, इस भवन के दक्षिण में एक और भवन, उसी भवन के उत्तर पश्चिम में सेना का निवास के आकार का एक भवन के साथ इस भवन के कुछ पश्चिम दक्षिण में एक अन्य बहुमंजिला भवन मिला है.

वहीं, इन सभी चार भवन के दक्षिण में करीब दो सौ फीट की दूरी में दो तल का एक और भवन सुरक्षाकर्मी के प्रमुख व सुरक्षाकर्मी के लिए बने मिले हैं. इस तरह कुल पांच भवन का संरचना मिला है.

पुरातत्वविद आचार्य के अनुसार इस स्थल के मूल भवन का उत्खनन का कार्य एक वर्ष में पूरा होगा, क्योंकि जितनी गहराई तक खुदाई हो रही है तब तक उस स्थान का ऐतिहासिकता बुद्धकाल से भी आगे का मिल रहा है.

उत्खनन हो रहे क्षेत्र में पेड़ की कटाई, कीचक को मारने की मूर्ति स्थानान्तरण करने, कीचक वधस्थल के अंदर अन्य कार्य होने के कारण उत्खनन में समय लगने की बात कही.

पुरातत्व विभाग के द्वारा इससे पूर्व कीचक वध में खुदाई का काम विक्रम संवत 2058 अर्थात 22 वर्ष पहले किया गया था.उस खुदाई कार्य का भी नेतृत्वकर्ता पुरातत्वविद उद्धव आचार्य ही थे.

इससे पहले विक्रम संवत 2035 में मेची बहुमुखी कैंपस के इतिहास के प्राध्यापक घनश्याम खनाल की अगुवाई में उत्खनन कार्य हुआ था. महाभारत काल में विराट राजा के सेनापति एवं साला कीचक ने द्रौपदी का सतीत्व लूटने का धृष्टता करने पर भीम के द्वारा इसी स्थान पर कीचक वध किया गया था.

(इनपुट-एजेंसी)