PMO में शिकायत के बाद गरीब के घर पहुंचा राशन
पश्चिम चंपारण (सदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट)| कोरोना से बचाव के लिए लॉकडाउन को सरकार के द्वारा उठाया गया सही कदम ठहराया जा सकता है लेकिन इस सच को भी नहीं नकारा जा सकता है कि लॉकडाउन की वजह से गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों, जिनका घर रोज़ाना की गयी मज़दूरी से चलता है, उनके जीवन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है. हालांकि कोरोना के मुश्किल भरे दौर में बिहार सरकार के द्वारा गरीबों और जरूरतमदों की मदद भी की जा रही है लेकिन हर जगह मदद संभव नहीं हो पाती है. ऐसे ही एक मामले के अनुसार नरकटियागंज प्रखंड के मल्दा गांव में एक गरीब के घर प्रधानमंत्री कार्यालय के आदेश पर रविवार की दोपहर में राशन पहुंचाया गया. 20 किलो चावल और 20 किलो गेहूं सरकारी वाहन में लेकर नरकटियागंज के बीडीओ राघवेंद्र त्रिपाठी पहुंचे. मल्दा गांव निवासी वेद प्रकाश गौड़ के दरवाजे पर जाकर बीडीओ की गाड़ी रुकी तो सभी हैरत में पड़ गए. लॉकडाउन के संकट के समय इस तरह से पहुंची मदद को देखकर गरीब परिवार की ख़ुशी का ठिकाना न रहा.
जानिए क्या था पूरा मामला दरअसल, नरकटियागंज के मल्दा गांव निवासी वेद प्रकाश गौड़ के पिता अवधेश प्रसाद गौड़ का तीन साल पूर्व निधन हो गया. घर में उसकी विधवा मां सुशीला देवी और दो भाई और दो बहनें हैं. 26 अप्रैल को एक बहन की शादी तय है. विधवा सुशीला देवी भूजा भूजती है जिससे परिवार का भरण पोषण होता है. लॉकडाउन की वजह से उसका काम बंद होने के कारण पहले से घर में रखा हुआ सारा राशन खत्म हो चुका है. वेदप्रकाश ने प्रधानमंत्री से फरियाद कर हालात से अवगत कराया था . पीएमओ कार्यालय की सूचना पर जिलाधिकारी ने तत्परता दिखाते हुए बीडीओ को आदेश दिया जिसके बाद बीडीओ राशन लेकर पहुंचे.