आधे हो सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
Last Updated on 2 years by Nikhil

नई दिल्ली (TBN – The Bihar Now डेस्क)| पेट्रोल और डीजल की कीमतें इन दिनों सर्वाधिक स्तर पर पहुँच चुकी हैं. 2021 में अब तक पेट्रोल 7.22 रुपये और डीजल 7.45 रुपये महंगा हो चुका है. इस कारण पूरे देश में मोदी सरकार की किरकिरी हो रही है. इसी मद्देनजर केंद्र सरकार अब पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने पर विचार कर रही है.
केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जीएसटी परिषद को एक सुझाव दिया है. यदि जीएसटी परिषद इस सुझाव को मान लेती है तो देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें आधी हो सकती हैं.
दो दिन पहले प्रधान ने कहा था कि जीएसटी परिषद से पेट्रोलियम उत्पादों को अपने दायरे में शामिल करने का पेट्रोलियम मंत्रालय लगातार अनुरोध कर रहा है. उनके अनुसार ऐसा करने से लोगों को फायदा होगा. इससे पहले भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी ऐसे ही संकेत दे दिया था.
बता दें कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर पेट्रोल की कीमत पहले ही 100 रुपये से अधिक हो गयी है. टैक्स के कारण ही पेट्रोल-डीजल इतने महंगे हो गए है. दरअसल केंद्र व राज्य सरकारें क्रमशः उत्पाद शुल्क व वैट के नाम पर 100 फीसद से ज्यादा टैक्स वसूल रही हैं. इस कारण 35 रुपये का पेट्रोल राज्यों में 90 से 100 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गया है.
देश की राजधानी में केंद्र ने पेट्रोल तथा डीजल पर क्रमशः 32.98 रुपए लीटर और 31.83 रुपए लीटर का उत्पाद शुल्क लगाया है. इससे वहां पेट्रोल की कीमत 91 रुपये और डीजल 81 रुपये प्रति लीटर को पार कर गया.
जीएसटी लगने से ये होगा असर पेट्रोल-डीजल के रेट पर
पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित सुझाव को मानते हुए यदि जीएसटी में पेट्रोलियम उत्पादों को शामिल कर लिया जाता है, तो उसके बाद देशभर में इनकी कीमत एक समान हो जाएगी. इसका असर इस प्रकार हो सकता है –
पेट्रोल-डीजल पर यदि जीएसटी की उच्चतर दर भी रखी जाए तो इनकी वर्तमान कीमतें घटकर आधी हो सकती हैं. यदि जीएसटी परिषद ने कम स्लैब का विकल्प चुना, तो कीमतों में कमी आ सकती है.
भारत में अभी जीएसटी की चार दरें हैं – 5%, 12%, 18% और 28%. यदि पेट्रोल को जीएसटी के 5% वाले स्लैब में रखा जाए तो पूरे देश में यह 37.57 रुपये प्रति लीटर हो जाएगा और डीजल का रेट घटकर 38.03 रुपये रह जाएगा.
अगर 12 फीसद स्लैब में ईंधन को रखा गया तो पेट्रोल की कीमत होगी 40 फीसद और डीजल मिलेगा 40.56 रुपये.
अगर 18 फीसद जीएसटी वाले स्लैब में पेट्रोल आया तो कीमत होगी 42.22 रुपये और डीजल होगा 42.73 रुपये.
वहीं अगर 28 फीसद वाले स्लैब में ईंधन को रखा गया तो पेट्रोल 45.79 रुपये रह जाएगा और डीजल होगा 46.36 रुपये.
1 जुलाई, 2017 को लागू किए गए जीएसटी के दायरे से पेट्रोल-डीजल को बाहर रखा गया. राज्य सरकारें ने अभी पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने को तैयार नहीं हैं. दरअसल जीएसटी लागू करते समय समय राज्यों की उच्च निर्भरता के कारण पेट्रोल और डीजल को इससे बाहर रखा गया था.