बाढ़: शहर के बीचों-बीच कूड़े में लगी आग के धुएं से लोगों का जीना मुहाल
बाढ़ (TBN – अखिलेश्वर कुमार सिन्हा की रिपोर्ट)| बाढ़ अनुमंडल (Barh Subdivision) अंतर्गत नगर परिषद क्षेत्र के गुलाबबाग (Gulab Bagh) स्थित गैस गोदाम के पास पिछले कई दिनों से जहरीले धुएं से आसपास के वाशिंदे त्रस्त हैं. कारण, इस जगह पर कई सालों से बाढ़ नगर परिषद (Barh Nagar Council) के द्वारा कचरा फेंका जा रहा है जिसमें आग लगी हुई है.
एक तरफ सरकार पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए कई कदम उठा रही है, जैसे – पराली जलाने को रोकना, दिवाली जैसे त्योहार पर पटाखा चलाने से मना करना आदि. वहीं दूसरी तरफ बाढ़ नगरपालिका स्थित शहर के बीचों-बीच कचरा डंप करके उसे जलाया जा रहा है. इससे निकलने वाले जहरीले धुएं से आसपास के इलाकों में रहने वाले लगभग 3 – 4 हजार लोग बहुत परेशान हैं.
इस रास्ते से होकर लोग बाबा उमानाथ, बाढ़ बाजार आदि जगहों पर जाते हैं. जाने वाले लोगों को इस रास्ते भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. इधर से होकर गुजरने वाले व आसपास के लोगों का धुएं के कारण दम घुटता है.
एक-दूसरे पर दोषारोपण
कचरे की लगी इस आग के बारे में यहां के स्थानीय लोग व नगर परिषद एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. नागरिकों का कहना हैं कि कचरे में आग नगर परिषद द्वारा लगाया गया है जबकि नगर परिषद के पदाधिकारी कहते हैं कि यह काम एंटी-सोशल लोगों का है.
नागरिक एवं समाजसेवी अजय कुमार ने बताया कि पिछले चार महीने से यहां आग लगी हुई है जिसके बारे में नगरपालिका को बोलते-बोलते थक गए हैं. बकौल अजय कुमार, नगरपालिका जाकर इस आग के बारे में शिकायत करने पर सिर्फ आग बुझाने का आश्वासन मिलता है जबकि इस दिशा में अभी तक कुछ किया नहीं गया है. नगरपालिका के लोग आते हैं और सिर्फ औपचारिकता निभा कर चले जाते हैं.
उन्होंने कहा कि शहर के बीचों-बीच कचरे का डम्पिंग यार्ड नहीं होना चाहिए. यदि यह है भी तो नगरपालिका की ओर से हमेशा ध्यान देना चाहिए ताकि कचरे में आग न लग सके. अजय ने कहा कि आज उनके द्वारा नगर परिषद के अधिकारियों से बात की गई है जिसपर यह आश्वासन मिला है कि आग बुझाने के लिए आवश्यक कदम उठाया जाएगा.
अन्य स्थानीय नागरिकों ने दी बिहार नाउ से कहा कि बीच शहर में कचरा फेंकने से बरसात में बदबू से हमलोग परेशान रहते है. इनलोगों ने मांग की कि बाढ़ नगर परिषद कचरा डम्प करने का स्थान कहीं और ले जाए.
वहीं दूसरी तरफ जब दी बिहार नाउ (The Bihar Now) के संवाददाता अखिलेश्वर कुमार सिन्हा ने बाढ़ नगर परिषद के मुख्य पार्षद राजीव कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि कचरा को पिछले 20 सालों से उक्त स्थान पर रखा जाता है. इसमें आग लगने की घटना कभी नहीं आई है. लेकिन पिछले तीन महीनों से हमेशा आग लग जा रही है जिसे नगरपालिका द्वारा बुझा दिया जाता है.
मुख्य नगर पार्षद ने आरोप लगाया कि कुछ स्थानीय लोगों के द्वारा कचरे में आग इस मंशा के साथ लगा दिया जाता है ताकि वहां कूड़ा नहीं गिराया जाए. उन्होंने कहा कि इस बावत थाने में आवेदन दिया जा चुका है. साथ ही, ऐसा करने वाले स्थानीय लोगों को चिन्हित करके उचित उपाय किया जाएगा.
मुख्य नगर पार्षद (chief city councilor) ने यहां तक कह डाला कि यह काम कुछ स्थानीय लोगों द्वारा किया जा रहा है ताकि वहां की जमीन को कब्जा किया जा सके. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर भी लिया है जिसकी नापी करवा कर जल्द ही बाउंडरी करवाया जाएगा.
उन्होंने दी बिहार नाउ को बताया कि कल यानि बुधवार को ही उनलोगों के द्वारा नगरपालिका के कार्यालय में पदाधिकारी को आपत्तिजनक शब्द कहा गया. सीसीटीवी के फुटेज से उनलोगों को चिन्हित कर उनलोगों पर कार्यवाई करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जल्द ही सबों को यह मालूम हो जाएगा कि इन सबके पीछे कौन लोग संलिप्त हैं.
उन्होंने कहा कि नगरपालिका द्वारा कूड़ा में न कभी आग लगाई गई है और न ही इसमें विश्वास रखती है. उन्होंने बताया कि आग बुझाने के लिए सभी आवश्यक इक्विपमेंट मंगाया जा चुका है.
बहरहाल, आग लगने-लगाने का कारण जो भी हो, इस आग को तत्काल बुझाकर स्थाई उपाय करना नगरपालिका का कर्तव्य बन जाता है ताकि भविष्य में कूड़ा की आग से स्थानीय लोगों की सेहत पर कोई विपरीत असर न हो. साथ ही, स्थानीय लोगों को भी चाहिए कि अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सरकार की मदद करे. अब देखना यह है कि इस मामले का हल बाढ़ नगर परिषद द्वारा कब और कैसे निकाला जाता है.