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स्वच्छता सर्वेक्षण में नॉट्रेडेम अकैडमी राजधानी का सबसे साफ स्कूल

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| पटना नगर निगम (PMC) ने ‘स्वच्छता रैंकिंग’ कार्यक्रम के परिणामों की घोषणा की जिसके तहत विभिन्न सरकारी और निजी संस्थानों में स्वच्छता का निर्णय लिया गया. पटना की मेयर सीता साहू, नगरपालिका आयुक्त हिमांशु शर्मा और अतिरिक्त नगर आयुक्त देवेंद्र प्रसाद तिवारी ने संयुक्त रूप से रविवार को परिणाम जारी किया.

स्कूलों, होटलों, अस्पतालों, बाजार समितियों, आवास कालोनियों और सरकारी कार्यालयों सहित विभिन्न श्रेणियों में संस्थानों को वर्गीकृत करके स्वच्छता रैंकिंग की गई. प्रत्येक श्रेणी के शीर्ष तीन रैंक धारकों को रविवार को पीएमसी के अधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया.

नॉट्रेडेम एकेडमी को शहर का सबसे साफ स्कूल घोषित किया गया. दूसरे नंबर पर सेंट माइकल हाई स्कूल और तीसरे स्थान पर लोयोला हाई स्कूल रहे. अनीसाबाद स्थित होटल पाटलिपुत्र कॉन्टिनेंटल, गांधी मैदान के पास होटल मौर्या और बेली रोड पर होटल अमाल्फी ग्रैंड को क्रमशः शहर के शीर्ष तीन सबसे स्वच्छ होटल घोषित किया गया.

पारस एचएमआरआई (Paras HMRI) अस्पताल ने शहर के सबसे स्वच्छ अस्पताल के मामले में पहला स्थान हासिल किया. इसके बाद इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) और जय प्रभा मेदांता रहे, जिन्होंने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया.

हाउसिंग कॉलोनियों में, जगदेवपथ स्थित आरा गार्डन रेजीडेंसी को सबसे स्वच्छ घोषित किया गया. वहीं आशियाना-दीघा रोड पर टेरेस गार्डेनिया अपार्टमेंट ने दूसरा और राजेंद्र नगर में देवेंद्र रेजीडेंसी ने तीसरा स्थान हासिल किया. शास्त्रीनगर स्थित पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन कार्यालय, अरण्य भवन और सरदार पटेल भवन को सबसे साफ-सुथरी सरकारी इमारतों में ठहराया गया. पीएण्डएम मॉल (P&M Mall), पटना सेंट्रल मॉल और पटना वन मॉल को शहर का सबसे साफ बाजार समिति घोषित किया गया.

बता दें कि ‘स्वच्छता रैंकिंग’ की यह पहल ‘स्वच्छ भारत अभियान’ का एक हिस्सा थी. इसका उद्देश्य शहर में स्वच्छता एवं साफ-सफाई के प्रति लोगों में प्रतिस्पर्धा की भवन को विकसित करना था. पीएमसी के इस कवायत को स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में बेहतर रैंकिंग पाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.

नगर आयुक्त (Municipal Commissioner) हिमांशु शर्मा ने कहा कि संस्थानों को कई मानकों के आधार पर रैंकिंग दिया गया, जिसमें कचरे को अलग-अलग करने और प्रोसेसिंग की व्यवस्था (सूखा और गीला), अपशिष्ट प्रसंस्करण, जल उपचार (water treatment), कमरों में स्वच्छता, पुरुषों, महिलाओं और विकलांग लोगों के लिए अलग-अलग शौचालय की सुविधा, पार्किंग सुविधाएं और कोविड -19 को लेकर जारी गाइडलाइन (safety protocols) का पालन शामिल थे. नवंबर माह में पीएमसी अधिकारियों द्वारा सर्वेक्षण किया गया था.

उन्होंने कहा, ”इस पहल से स्वच्छ सर्वेक्षण -2121 में नागरिक निकाय को अच्छी रैंकिंग हासिल करने में मदद मिलेगी क्योंकि लोगों की प्रतिक्रिया (feedback) में 70 अंक हैं. हमने केंद्रीय शहरी विकास और आवास मंत्रालय की पिछली स्वच्छता रैंकिंग में 6,000 अंकों में से 1,500 अंक हासिल किए थे. इस बार हम लोगों की सक्रिय भागीदारी के साथ 2,500 अंक प्राप्त करने की उम्मीद कर रहे हैं, ”हिमांशु ने कहा.

सत्कार समारोह के दौरान पटना की मेयर सुषमा साहू ने सभी विजेताओं को बधाई दी और अन्य संस्थानों को स्वच्छता मिशन में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया. सभी शीर्ष तीन-तीन प्रतिष्ठानों को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया.