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MIB ने किया ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

सीतामढ़ी / पटना (The Bihar Now डेस्क)| शुक्रवार 30 अगस्त को भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) के केन्द्रीय संचार ब्यूरो, सीतामढ़ी (Sitamarhi) क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान (‘Ek Ped Maa Ke Naam’ Abhiyaan) पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम शहर के भूप भैरों चौक पर आयोजित हुआ.

कार्यक्रम की शुरुआत में स्वच्छता अभियान तथा ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान पर जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. इस रैली में स्थानीय जिला परिषद सदस्य भरत महतो, नन्दलाल यादव, लक्ष्य द ऐम कोचिंग के निदेशक जितेंद्र कुमार के साथ छात्र-छात्राओं एवं ग्रामीणों ने भी हिस्सा लिया.

स्वछता अभियान के तहत भूप भैरों चौक की सफाई की गयी और अतिथियों द्वारा उपस्थित आम जनता को स्वच्छता की शपथ दिलाई गयी और हर वर्ष 100 घंटे यानि हर सप्ताह दो घंटे श्रमदान करने की प्रतिज्ञा दिलाई गयी.

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर शुरू किया गया ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत लक्ष्य द ऐम कोचिंग के परिसर में अतिथियों द्वारा सागवान का पेड़ द्वारा लगाया गया तथा ‘वृक्ष हमारे जीवन का आधार है, उसकी सुरक्षा हमारा कर्तव्य है’ का संकल्प उपस्थित लोगों ने लिया. कार्यक्रम से पूर्व भूप भैरों स्थित शहीद राम प्रताप यादव के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया.

कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए सीबीसी सीतामढ़ी के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी जावेद अंसारी ने कहा कि स्वच्छता एवं ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के साथ अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिये जागरूक करने के लिए यह अभियान देश भर में चलाया जा रहा है. इसी के अंर्तगत आज यह कार्यक्रम भूप भैरों में लक्ष्य द एम कोचिंग के सहयोग से आयोजित किया गया है.

कार्यक्रम में ग्यास अख्तर, तकनीकी सहायक, सीबीसी, सीतामढ़ी, अर्जुन लाल, राकेश कुमार, संजय राय, जोगी सिंह, बटोही राय, ठागा राम, रवि कुमार, कमलेश कुमार पिंटू कुमार आदि ग्रामीण उपस्थित थे.

राजधानी पटना में भी अधिकारियों-कर्मचारियों के द्वारा ‘एक पेड़ माँ के नाम’ वैश्विक अभियान के तहत आशियाना-दीघा रोड पर स्थित कर्पूरी ठकुर सदन के बाहरी परिसर में अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा 20 से अधिक पौधे लगाए गए, जिनमें मुख्य रूप से अशोक, महोगनी, अर्जुन आदि के पौधे थे. ‘एक पेड़ माँ के नाम’ एक वृक्षारोपण अभियान है, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस 2024 पर की थी.

पौधारोपण अभियान पीआईबी के निदेशक आशीष लकड़ा और सीबीसी के कार्यालय प्रमुख संजय कुमार के नेतृत्व में चलाया गया. मौके पर पीआईबी के निदेशक आशीष लकड़ा कहा कि जहाँ पर्यावरण के लिए पेड़ अहम् है वहीँ जीव-जंतु को जीवन प्रदान करने वाला है इसलिए पर्यावरण और पेड़ के बीच बहुत ही अटूट संबंध है.

वहीं, सीबीसी के कार्यालय प्रमुख संजय कुमार ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की है और हर व्यक्ति को ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान से जुड़ कर पेड़-पौधे लगाने चाहिए. उन्होंने कहा कि पेड़ सिर्फ जीव जंतु को ही जीवन नहीं देता बल्कि कृषि मृदा, जल की गुणवत्ता और जैव विविधता को भी बेहतर बनाये रखता है .

इस अभियान के तहत वन प्रमंडल पटना की और से प्राप्त पौधों को लगाया गया. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो एवं केंद्रीय संचार ब्यूरो के नवल झा, अमरेन्द्र मोहन, योगेन्द्र प्रसाद, अभय कुमार,अफरोज आलम,रंजित,अरविन्द, सुरेन्द्र, राजू,हितेंद्र मिश्रा, राकेश, मुकेश रौशन,एश्वर्य आदि ने एक पेड़ माँ के नाम’ पौधा लगाया. साथ ही पौधा की देखभाल का भी संकल्प लिया .

क्या है ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान

‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस 2024 पर की थी. इस अभियान के तहत, लोगों से माताओं के सम्मान में पेड़ लगाने का आग्रह किया गया है. इस अभियान से जुड़ी कुछ और बातेंः

> इस अभियान के तहत, लगाए गए पौधे को वृक्ष बनने तक पालन-पोषण और सुरक्षा की ज़िम्मेदारी लेनी होगी.
> पौधारोपण के लिए उचित ऊंचाई के पौधे वन विभाग से लेने होंगे.
> इस अभियान का मकसद पर्यावरण को बचाना है.
> इस अभियान से जुड़ी जानकारी देने के लिए #Plant4Mother और #एक_पेड़_माँ_के_नाम हैश टैग्स का इस्तेमाल किया जा रहा है.
> रक्षा मंत्रालय, 15 अगस्त, 2024 को 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस अभियान का आयोजन करेगा.
> इस अभियान को तीनों सेवाओं, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ), रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों, रक्षा लेखा महानियंत्रक (सीजीडीए), राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), सैनिक स्कूलों, और आयुध कारखानों के ज़रिए चलाया जाएगा.

(इनपुट-PIB)