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घायल मुख्य ग्रन्थी राजेन्द्र सिंह की हुई मौत, बेटे ने कराया अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज

पटना साहिब (TBN – The Bihar Now डेस्क)| पटनासाहिब स्थित तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के मुख्यग्रन्थि राजेन्द्र सिंह की हुई मौत के बाद उनके छोटे बेटे दीपक ने चौक थाना में केस दर्ज (FIR lodged against unknown in the case of death of Chief Granthi of Takht Shri Harmandir Ji) किया है. यह केस अज्ञात लोगों पर दर्ज हुआ है.

गौरतलब है, 13 जनवरी को तख्त श्री हरमंदिर जी पटनासाहिब के मुख्यग्रन्थि (Chief Granthi of Takht Shri Harmandir Ji Patna Sahib) राजेन्द्र सिंह अपने आवास में गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिले थे. उनकी गर्दन पर गहरे निशान थे और हालत गंभीर थी.

घायल अवस्था में भाई राजेंद्र सिंह को इलाज के लिए पटना के गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए पटना के पीएमसीएच रेफर कर दिया. लेकिन सोमवार 17 जनवरी अहले सुबह 3 बजे राजेन्द्र सिंह जिंदगी की जंग हार गए. .

घटना की जानकारी देते हुए दीपक सिंह ने बताया कि घटना के दिन उनके पिता भाई राजेन्द्र सिंह अपने रूम में थे और दरवाजा बाहर से बंद था. जब दरवाजा खोल कर अंदर गए तहो देखा कि उनके पिता बिस्तर पर घायल पड़े हुए थे और चारों ओर खून फैला हुआ था.

उसके बाद घायल राजेन्द्र सिंह को एम्बुलेंस से ले जाकर पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया. उन्हें बचाने के लिए डॉक्टरों ने अपनी पूरी जान लगा दी लेकिन दुर्भाग्य से राजेन्द्र सिंह का सोमवार को निधन हो गया.

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जहां पटना साहिब गुरुद्वारा की सुरक्षा में कई सब इंस्पेक्टर सहित बीएमपी 16 के हथियार से लैस जवान तैनात रहते हैं, वहां हत्या जैसी जघन्य वारदात का हो जाना अपने आप में पुलिस प्रशासन पर सवाल पैदा करता है. मामले में अभी तक पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं मिली है.

चौक थाना के प्रभारी गौरीशंकर ने बताया है कि मुख्य ग्रंथी भाई राजेंद्र सिंह के निधन के बाद उनके छोटे बेटे दीपक ने लिखित शिकायत की है. दीपक के बयान पर मंगलवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. प्रभारी ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में लगी हुई है और दोषी का पता लगाकर पकड़ने में लग गई है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले पर ज्यादा कुछ नहीं बोल रही है.

स्व राजेंद्र सिंह के बारे में बात करते हुए गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के पूर्व महासचिव महेंद्र पाल सिंह ढिल्लों ने कहा कि भाई राजेंद्र सिंह काफी धार्मिक विचार के व्यक्ति थे. उन्होंने मांग की कि इस जघन्य घटना की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। इधर मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद गुरुद्वारा परिसर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने तख्त श्री हरमंदिर जी गुरुद्वारा में चौकसी बढ़ा दी है.

पद पर दूसरे की बहाली से थे खफा !

लोगों द्वारा एक कारण यह भी दिया जा रहा था कि श्री हरमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी भाई राजेंद्र सिंह पिछले कुछ दिनों से परेशान नजर आ रहे थे. लोगों ने बताया कि उनके पद पर किसी और की बहाली की सूचना थी. गुरुवार को वह और परेशान दिखे थे. इसी क्रम में उन्होंने आत्महत्या करने की नीयत से कथित रूप से अपनी कृपाण से खुद के गले पर कई वार किए थे.