भारत है तैयार, चीन को मिलेगा मुंहतोड़ जवाब, डेपसांग में टैंक तैनात
दिल्ली (TBN – The Bihar Now डेस्क) | भारत ने चीन के करतूतों को रोकने के लिए दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) और डेपसांग सेक्टरों में 15,000 से अधिक सैनिकों को तैनात कर दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चीनी सेना पर नजर रखने के लिए मैदानी और आस-पास के क्षेत्र से कई बख्तरबंद रेजिमेंटों को स्थानांतरित कर दिया गया है.
हथियारों की व्यवस्था
बख्तरबंद रेजिमेंट केके पास से Def song तक के क्षेत्र में फैले हुए हैं, जहां पर बख्तरबंद वाहनों की तैनाती और लड़ाई के लिए पर्याप्त गुंजाइश और जगह है. सूत्रों ने कहा कि डेपसांग के मैदानों में संभावित युद्ध क्षेत्र में जितने हथियारों की व्यवस्था की गई है, वो चीनी सेना द्वारा किसी भी संभावित दुस्साहस का जवाब देने के लिए के लिए पर्याप्त है.
चीनी सेना द्वारा पीपी-10 में आने वाले भारतीय सैनिकों को पीपी -13 में ब्लॉक करने के लिए गश्त भेजने के बाद भारी तैनाती धीरे-धीरे डीबीओ और डेपसांग क्षेत्र में स्थिति को मजबूत करने के अनुरूप की गई है. यह क्षेत्र गलवान घाटी से सटा हुआ है और पूर्वी लद्दाख को लेह से जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग पर Durbuk-Shyok-दौलत बेग ओल्डी सड़क से जुड़ा हुआ है.
चीनी वाहनों की आवागमन तेज़
डेपसांग में भारत से लगी सीमा पर चीन ने पहले के मुकाबले अपने जवानों की तैनाती ज्यादा बढ़ा दी है. वहीं चीनी वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है. भारतीय सैनिक आमतौर पर उन्हें दफा करते रहे हैं. लेकिन इस साल उनकी संख्या में वृद्धि हुई है