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कभी ईसाई राष्ट्र रहा सीरिया, कैसे बन गया इस्लामिक केंद्र? अनकहा सच यहां पढ़ें

नई दिल्ली (The Bihar Now डेस्क)| आधुनिक सीरिया (Syria), जिसकी राजधानी दमिश्क (Damascus) है, एक अरब इस्लामी (Arab Islamic) देश माना जाता है. यहाँ की जनसंख्या का अधिकांश भाग सुन्नी मुसलमानों (Sunni Muslims) का है, जो लगभग 74 प्रतिशत है. इसके अलावा यहां शिया मुसलमान (Shia Muslims), ईसाई (Christians), द्रूज़ (Druze) और अन्य जातीय समूह भी रहते हैं.

आज, सीरिया को इस्लाम का केंद्र माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सीरिया कभी ईसाई धर्म का एक मजबूत गढ़ था? अब सवाल यह है कि सीरिया में इतना बड़ा बदलाव कैसे हुआ? इस बड़े जनसांख्यिकीय परिवर्तन (demographic change) के पीछे की कहानी क्या है?

कैसे घुसा सीरिया में इस्लाम

यह बदलाव लगभग 1400 साल पहले शुरू हुआ. इस्लाम 634 ईस्वी में सीरिया में आया. ख़लीफ़ा हज़रत अबू बकर और हज़रत खालिद बिन वलीद की अगुवाई में अरब मुसलमानों ने सीरिया पर नियंत्रण पाया. इस्लाम के आगमन के बाद, सीरिया इस्लाम का एक प्रमुख केंद्र बन गया. इसी समय, उमय्यद ख़लीफाओं ने दमिश्क को अपनी राजधानी बनाया. इसके अलावा, उमय्यद शासकों ने अब्द अल-मालिक पैलेस और उमय्यद मस्जिद जैसी कई इमारतें भी बनाई.

अब्दासी खलीफाओं ने अपनी राजधानी दमिश्क से बगदाद, जो कि आज के इराक में है, स्थानांतरित की. 750 ईस्वी में, अब्दासी खलीफाओं ने सीरिया में शासन स्थापित किया. अब्दासी खलीफाओं ने राजधानी को दमिश्क से बगदाद में स्थानांतरित किया और सीरिया अब्दासी खलीफाओं के अधीन 1260 तक बना रहा.

सीरिया एक धार्मिक विविधता वाला देश है, लेकिन अधिकांश सीरियाई मुसलमान हैं, जिनमें ज्यादातर सुन्नी हैं. इसके अलावा, सीरिया में शिया समूह, ड्रूज़ और ईसाई अल्पसंख्यक भी हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इस्लाम के गढ़ बनने से पहले सीरिया को ईसाइयों का गढ़ माना जाता था. लेकिन आज सीरिया का परिदृश्य पूरी तरह से बदल चुका है.

सीरिया के मुसलमानों में ज़्यादातर सुन्नी हैं, जो विभिन्न पृष्ठभूमियों से आते हैं जैसे कि अरब, कुर्द, तुर्कमेन और चर्केशियन. इसके बाद अलावी, शिया समूह, खासकर इस्माइली और बारहवीं शिया और द्रूज़ समुदाय आते हैं.

इसके अलावा कई ईसाई अल्पसंख्यक समूह हैं, जिनमें ग्रीक ऑर्थोडॉक्स, ग्रीक कैथोलिक, आर्मेनियाई ऑर्थोडॉक्स, आर्मेनियाई कैथोलिक, सरियाक ऑर्थोडॉक्स, सरियाक कैथोलिक, नेस्टोरियन, चालेडियन, मारोनाइट, लैटिन कैथोलिक, और प्रोटेस्टेंट शामिल हैं. इसके अलावा यहाँ एक छोटी सी यज़ीदी समुदाय भी है.