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कोरोना वैक्सीन की सबसे ज्यादा डोज बिहार में हुई खराब

पटना / नई दिल्ली (TBN – The Bihar Now डेस्क)| आश्चर्य लेकिन सत्य यह है कि बिहार में कोरोना वैक्सीन के डोज़ सबसे ज्यादा खराब हुए हैं. यह हम नहीं, बल्कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में बताया है.

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देशभर में 20 जुलाई तक 32.64 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की कम-से-कम एक खुराक दी जा चुकी है. उन्होंने बताया कि 1 मई से 13 जुलाई के बीच कोरोना वैक्सीन की 2.49 लाख डोज खराब भी हो गई.

उन्होंने लोकसभा में उपलब्ध कराए आंकड़ों में स्वीकार किया है कि बिहार में सबसे ज्यादा वैक्सीन के डोज खराब हो रहे हैं. बिहार के अलावे दिल्ली, तेलंगाना, पुड्डुचेरी, त्रिपुरा, मणिपुर आदि राज्यों में कोरोना वैक्सीन की सबसे ज्यादा बर्बादी हुई है जिनमें बीजेपी और उसके सहयोगी सरकार वाली राज्य भी शामिल हैं.

मंत्री ने बताया कि बिहार में सबसे ज्यादा 1.26 लाख डोज की बर्बादी हुई है. आपको बता दें, बिहार में बीजेपी-जदयू की सरकार है.

आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज बर्बाद नहीं हुई. उन्होंने सदन को बताया कि वैक्सीन लेने के योग्य 18 या इससे ऊपर की उम्र के व्यक्तियों को 31 दिसंबर तक कोरोना वैक्सीन की पूरी खुराक दे दी जाएगी.

वैक्सीन वेस्टेज यानी बर्बादी शून्य: गहलोत

मंत्री द्वारा संसद में दिए गए लिखित बयान के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, यह उनलोगों के लिए करारा जवाब है जिन्होंने वैक्सीन की बर्बादी के झूठे आरोप लगाकर हेल्थ वर्करों का मनोबल गिराया था. उन्होंने कहा कि वैक्सीन वायल में कई बार 10 की जगह 11 डोज आती है. सावधानी पूर्वक वैक्सीनेशन से इस अतिरिक्त डोज का भी इस्तेमाल कर लिया जाता है. इस कारण वैक्सीन वेस्टेज यानी बर्बादी शून्य है. जानकारी के अभाव में विपक्षी नेताओं ने निगेटिव वेस्टेज का मजाक उड़ाया था.

आइए जानते हैं, किस राज्य में कितनी डोज की बर्बादी हुई है –

बिहार में 126243, दिल्ली में 19989, तेलंगाना में 27552, जम्मू-कश्मीर में 32680, पुड्डुचेरी में 13613, मणिपुर में 12346, त्रिपुरा में 13202 तथा मेघालय में 3518 डोज की बर्बादी हुई है.