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पटना जिले में बाढ़ को लेकर हाईअलर्ट जारी

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| पटना जिले में बाढ़ को लेकर हाईअलर्ट जारी है. जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है. इधर अगले 24 घंटे के लिए हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है.

गंगा में उफान के कारण पटना जिला में बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं. मवेशियों के सामने में चारे की किल्लत हो गई है. पटना सिटी में भी लोग परेशान हो गए हैं.

शुक्रवार को पटना के कमिश्नर संजय कुमार अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पटना में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है और इसको लेकर प्रशासन द्वारा सभी ऐतिहातिक उपाय अपनाया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि पटना जिले में 17 रिलीफ सेंटर प्रारंभ किए गए हैं और कई जगह कम्युनिटी किचन भी चलाया जा रहा है. इसके अलावा बिहार के अन्य जिलों में, जितने भी गंगा के किनारे जिले हैं, उन सभी जगहों पर रिलीफ वर्क शुरू कर दिया गया है. वहां एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगा दी गई हैं. उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग तथा पथ निर्माण विभाग के सभी अभियंता अपनी तरफ से लगातार निगरानी कर रहे हैं.

राहत की बात

उन्होंने कहा, यह एक राहत की बात है कि इलाहाबाद में गंगा का जलस्तर घटना शुरू हो गया है जिसका असर यहां 48 घंटे में दिखना शुरू हो जाएगा. उन्होंने यह बताया कि बनारस में भी गंगा के जलस्तर में कमी आना शुरू हो गया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि कल के बाद यहां पर इसका असर दिखना शुरू हो जाएगा.

अगले 24 घंटे काफी क्रिटिकल

संजय कुमार अग्रवाल ने मीडिया को यह भी कहा कि अगले 24 घंटे यहां के लिए काफी क्रिटिकल है और प्रशासन के लोग लगातार निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने कहा सभी अंचल अधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारी काफी मुस्तैदी से लगे हुए हैं.

अग्रवाल ने बताया कि लोगों की राहत के लिए जितनी भी कैम्प की जरूरत पड़ेगी, कैंप लगाए जाएंगे. पशुओं के लिए भी चारे की व्यवस्था का निर्देश दे दिया गया है.

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उन्होंने बताया कि नाव की भी जितनी आवश्यकता होगी, प्रशासन उसको भाड़े पर लेकर चलाएगी ताकि जो लोग दियारा इलाके में वापस लौटना चाहते हैं, अपने घर लौटना चाहते हैं, उन्हें नाव द्वारा गंतव्य स्थान पर पहुंचाया जाएगा.

ड्राई राशन के पैकेट बनने शुरू

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम भी खोल दिया गया है ताकि किसी को भी यदि जरूरत हो तो उन्हें मदद पहुंचाई जा सके. उन्होंने बताया कि ड्राई राशन के पैकेट बनाने का भी काम शुरू कर दिया गया है ताकि जहां कम्युनिटी किचन नहीं चलाया जा सकता है, वहां ड्राई राशन के पैकेट लोगों के बीच वितरित किया जाएगा.