Big NewsBreakingPatna

पटना में लहसुन 400 रु प्रति किलो, रसोई का बजट हुआ प्रभावित

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| लहसुन की बढ़ती कीमतें (rising prices of garlic) इन दिनों शहर के लगभग हर घर में कड़वा स्वाद छोड़ रही हैं. इस आवश्यक जड़ वाली सब्जी की कीमत पिछले कुछ महीनों में 200-280 रुपये प्रति किलोग्राम से लगभग दोगुनी होकर 400 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है, क्योंकि इसके उत्पादन और बाजारों में इसकी आवक में भारी गिरावट आई है.

बोरिंग रोड निवासी रागिनी रंजन कहती हैं, “हम 250 ग्राम लहसुन के लिए 100 रुपये का भुगतान कर रहे हैं, जो एक मध्यम वर्गीय परिवार के लिए काफी महंगा है. लहसुन, विशेष रूप से मांसाहारी करी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है, लेकिन कीमत में वृद्धि के साथ हम इसका उपयोग कम करने के लिए मजबूर हैं.”

भोजनालयों पर सबसे बुरा असर पड़ा है. डाक बंगला में एक रेस्तरां के मालिक रौशन कहते हैं, “हम व्यंजनों में लहसुन की मात्रा कम नहीं कर सकते क्योंकि इससे स्वाद प्रभावित होगा जिससे ग्राहकों को शिकायत होगी. चूंकि व्यंजनों की कीमतों को संशोधित नहीं किया जा सकता है, इससे हमारा लाभ मार्जिन कम हो रहा है.”

जगदेव पथ बाजार के एक सब्जी विक्रेता ने बताया कहा कि इन दिनों शहर के बाजारों में उपलब्ध लहसुन दूसरे राज्यों से आयातित लहसुन है, जो इसकी कीमतों को बढ़ा रहा है.

विक्रेता जगदीश ने कहा, “एक बार जब स्थानीय रूप से उत्पादित लहसुन बाजार में आ जाएगा, तो कीमत अपने आप कम हो जाएगी. थोक विक्रेता भी लहसुन की बढ़ती कीमतों को और बढ़ाते हैं क्योंकि वे इसे काले बाजार में बेचने के लिए लहसुन का स्टॉक करते हैं.”

इस बार लहसुन सबसे अधिक सर्दियों के दौरान महंगी हुई है, जब औषधीय महत्व के कारण इसकी खपत बढ़ जाती है. लोग, खासकर बुजुर्ग खुद को गर्म रखने के लिए सुबह खाली पेट लहसुन का सेवन करते हैं.

कंकड़बाग निवासी सेवानिवृत्त सरकारी क्लर्क शिवेश चंद्र झा कहते हैं, ”मैं पूरे सर्दियों में गर्म पानी के साथ लहसुन और शहद लेता हूं, लेकिन आजकल इसकी ऊंची कीमत परेशान कर रही है.”

बता दें, पिछले साल अंत में टमाटर और प्याज के दाम आसमान छूने लगे थे.