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नहीं रहे प्रखर समाजवाद की बुलंद आवाज पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| कभी लालू यादव (Lalu Prasad Yadav RJD) और नीतीश कुमार (CM NItish Kumar) के खास रहे बिहार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह (Former Minister Narendra Singh) का सोमवार सुबह पटना के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे.

वर्तमान में बिहार सरकार के मंत्री सुमीत कुमार सिंह (Minister Sumit Kumar Singh) के पिता नरेंद्र सिंह के निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर फैल गई है. नरेंद्र सिंह का नाम बिहार के बड़े नेताओं में था. पूर्व मंत्री के निधन की खबर मिलते ही उनके गृह जिले जमुई में शोक की लहर दौड़ गई है.

जानकारी के मुताबिक, नरेंद्र सिंह लिवर की बीमारी से ग्रसित थे और उनका लंबे समय से इलाज चल रहा था. नरेंद्र सिंह बिहार में कई विभागों में मंत्री पद संभाल चुके थे.

बता दें, नरेंद्र सिंह दो बार कोरोना (Coronavirus) से संक्रमित हुए थे. इस कारण भी वे कई दिनों तक बीमार रहे थे. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान तो उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी.

अस्पताल में स्व नरेंद्र सिंह

पिछले कई दिनों से लिवर की बीमारी के कारण वे राजधानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे. दो दिनों पहले ही बिहार विधानमंडल में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अस्पताल जाकर नरेंद्र सिंह का हाल-चाल जाना था.

बिहार के बड़े नेताओं में एक थे नरेंद्र

नरेंद्र सिंह का नाम बिहार के बड़े नेताओं में था. उन्होंने जेपी आंदोलन के समय राजनीति में कदम रखा था. बिहार की राजनीति में एक अलग पहचान रखने वाले नरेंद्र सिंह ने छात्र जीवन से ही राजनीति की थी.

छात्र जीवन से राजनीतिक सक्रियता ने उन्हें एक मुकाम दिया. वे 70 में दशक में पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के महासचिव चुने गये और छात्र विषयक संगोष्ठी में भाग लेने विदेश (क्यूबा) व अन्य देशों के भ्रमण पर भेजे गये. उनका राजनीतिक इतिहास बड़ा ही गौरवपूर्ण रहा है तथा जमुई जिले की राजनीति उनके इर्द-गिर्द घूमती रही है.

नरेंद्र सिंह की राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व.रामविलास पासवान समेत बिहार के सभी कद्दावर नेताओं से उनकी अच्छे संबंध थे. वे राजनीति में कभी किसी के पिछलग्गू नहीं बने. उन्होंने जनता के बुनियादी सवालों पर खुद को सशक्त किया और संगठन खड़ा किया.

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नरेंद्र सिंह पहली बार 1985 में चकाई विधानसभा से विधायक चुने गए थे. 1990 में जनता दल की सरकार बनाने में उनका योगदान महत्वपूर्ण था. वे लालू प्रसाद यादव की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी थे. 2005 में जब बिहार में सत्ता का परिवर्तन हुआ तो उसके अगुवा भी नरेंद्र सिंह ही रहे थे.

मुख्यमंत्री ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की

नरेंद्र सिंह के निधन पर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar CM) ने अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा है कि नरेंद्र सिंह एक कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे. वे 1974 के जेपी आंदोलन के प्रखर सेनानी थे. उनकी सामाजिक कार्यों में भी उनकी गहरी अभिरूचि थी. वे अपने क्षेत्र में लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे. उनके निधन से मैं मर्माहत हूँ.

नीतीश ने कहा है कि नरेंद्र सिंह ने मेरे साथ मेरे मंत्रिमंडल सहयोगी के रूप में मंत्री पद की जिम्मेदारी का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया था. उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. मुख्यमंत्री ने स्व० नरेन्द्र सिंह के पुत्र विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह से दूरभाष पर वार्ता कर उन्हें सांत्वना दी है.

स्व० नरेन्द्र सिंह जी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चीर शांति तथा उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.

दी बिहार नाउ की संपादक नीना वर्मा व पब्लिशर निखिल वर्मा, सीनियर रिपोर्टर अखिलेश्वर सिन्हा सहित दी बिहार नाउ परिवार ने नरेंद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है.