डॉ अनिल को तकनीकी शिक्षा प्रणाली के विकास के लिए मिला 2023 का मानद फेलोशिप
पटना (The Bihar Now डेस्क)| जून भारतीय तकनीकी शिक्षा सोसायटी सर्च कमेटी ने तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान और देश में तकनीकी शिक्षा प्रणाली के विकास में डॉ अनिल कुमार को मानद फेलोशिप दी गई. अत्यधिक सराहनीय सेवाओं के सम्मान में वर्ष 2023 के लिए मानद फेलोशिप प्रदान करने के लिए डॉ अनिल कुमार का चयन किया गया था.
भारतीय तकनीकी शिक्षा सोसायटी ने कलिंगा औद्योगिक प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर के सहयोग से कलिंगा सामाजिक विज्ञान संस्थान – भुवनेश्वर विश्वविद्यालय में 53 वें आईएसटीई वार्षिक राष्ट्रीय संकाय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह के दौरान डॉ अनिल कुमार मानद फेलोशिप से सम्मानित किया गया.
इस मौके पर सम्मानित होने पर डॉ अनिल कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर यह सम्मान उनके लिए गर्व की बात है. भारत सरकार के तहत विश्व बैंक परियोजना तकनीकी शिक्षा उन्नयन कार्यक्रम के उत्तर प्रदेश जैसे राज्य के परियोजना प्रमुख के रूप में प्रदेश को देश में शीर्ष पर स्थापित किया. स्वायतता, गुणवत्ता, एक्रेडिटेशन, स्किल, स्टार्टअप इत्यादि में उत्तर प्रदेश देश में उत्तम प्रदर्शन किया.
डॉ कुमार ने बताया कि नई शिक्षा नीति 2020 के लिए उत्तर प्रदेश की तकनीकी शिक्षा को व्यापक बदलाव के लिए तैयार किया. दो वर्ष बाद यह सम्मान मैं उन संस्थानों को समर्पित करता हूं जिन्होंने प्रदेश को शीर्ष प्रदर्शन के लिए तैयार किया है.
डॉ अनिल कुमार के साथ ही याद मानद फेलोशिप सम्मान आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो रंजन बनर्जी, विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के क्षेत्रीय निदेशक प्रो. वासवराज गाडगे, एआईसीटीई के सलाहकार राजेंद्र बलिराम काकडे एवं मेजर जनरल महेश कुमार को प्रदान किया गया.
मानद फेलोशिप सम्मान आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो रंजन बनर्जी, विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के क्षेत्रीय निदेशक प्रो. वासवराज गाडगे, एआईसीटीई के सलाहकार राजेंद्र बलिराम काकडे एवम मेजर जनरल(रिटायर्ड) महेश कुमार को प्रदान किया गया.
इस अवसर पर डॉ अनिल कुमार की नई पुस्तक- आपदा प्रबंधन: सिद्धांत और अनुप्रयोग को विश्वविद्यालय एवं आपदा प्रबंधन प्रोफेशनल्स के लिए जारी किया गया. यह अपने तरह की देश में पहली पुस्तक है, जिसमें आपदा प्रबंधन के सारे आयाम सम्माहित हैं.