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औरंगाबाद: समाधान यात्रा के दौरान नीतीश पर फेंकी गई कुर्सी, सुरक्षा पर फिर उठे सवाल

औरंगाबाद / पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| सोमवार को समाधान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर प्लास्टिक की कुर्सी फेंकी (plastic chair thrown at Chief Minister Nitish Kumar) गई. इस घटना में कुर्सी की एक टांग नीतीश के चेहरे के एकदम पास से गुजर गई. मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.

जानकारी के अनुसार, समाधान यात्रा के दौरान औरंगाबाद में सोमवार शाम यह घटना हुई. फेंकी गई कुर्सी की एक टांग मुख्यमंत्री के चेहरे के पास से गुजरती हुई सुरक्षाकर्मी के हाथ में आई. कुर्सी यदि पल भर बाद फेंकी गई होती तो निःसंदेह यह आगे बढ़ रहे मुख्यमंत्री के चेहरे पर ही लगता. हालांकि नीतीश चारों तरफ सुरक्षाकर्मियों से घिरे हुए थे, बावजूद इसके यह टुकड़ा भारी भीड़ और समर्थकों की नारेबाजी के बीच फेंका गया.

इस घटना की जानकारी मुख्यमंत्री के मंच से लोगों को दी गई लेकिन कुर्सी फेंकने वाले को कोई पहचान नहीं सका. ऐसी स्थिति में अब ड्रोन मॉनीटरिंग की स्थिति में ही फेंकने वाले की पहचान हो सकती है. लेकिन पता चला है कि यहां पर ड्रोन कैमरा नहीं था.

सीएम की सुरक्षा फिर घेरे में

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर इस तरह के हमले की भर्त्सना पक्ष-विपक्ष के नेताओं की ओर से की जाती रही है, लेकिन ऐसा कई बार हो चुका है. ऐसी घटनाओं के कारण सुरक्षा-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े होते हैं और कई बार ऐसी चूक के नाम पर कार्रवाई भी हो चुकी है. कुर्सी को मुख्यमंत्री के चेहरे तक पहुंचाने वाले कोई खतरनाक सामान भी फेंक सकते थे. भीड़ में जा रहे मुख्यमंत्री ऐसी घटनाओं में निजी तौर पर ऐसे लोगों को माफ करते चल रहे हैं, लेकिन अबतक की घटनाएं बड़े खतरे की ओर संकेत देती रहती हैं.

चप्पल, जूता, प्याज, पटाखा…अब कुर्सी

आपको बता दें, नीतीश कुमार के काफिले पर पिछले साल अगस्त में फूलों की माला फेंके जाने का मामला सामने आया था. माला जदयू के किसी नेता ने काफिले पर फेंकी थी, जिसपर उन्हें हिरासत में भी लिया गया था. उससे पहले, 12 अप्रैल को गृह जिला नालंदा में मुख्यमंत्री की ओर पटाखा फेंक दिया गया था. यह पटाखा 5-6 फीट दूर गिरा और कारपेट जल गया.

वहीं, 2020 की एक चुनावी सभा में मधुबनी के हरलाखी में नीतीश के मंच पर प्याज फेंका गया था तो उन्होंने इसपर युवक को मंच से ही सीख दी थी. उससे पहले 2018 में युवा जदयू के एक कार्यक्रम के दौरान औरंगाबाद के एक युवक ने मुख्यमंत्री की ओर चप्पल फेंक दी थी.

सबसे ज्यादा चर्चित मामला 28 जनवरी 2016 का था, जिसमें पटना जिले के बख्तियारपुर में स्वतंत्रता सेनानियों की याद में आयोजित कार्यक्रम के दौरान एक युवक ने अपना जूता निकालकर मुख्यमंत्री की ओर उछाल दिया था.

(इनपुट-न्यूज)