बागमती नदी में 32 लोगों से भरी नाव पलटी, अधिकतर स्कूली बच्चे, 12 लापता
मुजफ्फरपुर (TBN – The Bihar Now डेस्क)| गुरुवार को जिले में एक बड़ा नाव हादसा हो गया जहां 32 लोगों से भरी एक नाव बागमती नदी में डूब गई. डूबी हुई नाव पर अधिकतर स्कूली बच्चे सवार थे. यह हादसा सुबह साढ़े 9 से 10 बजे के आसपास गायघाट थाना क्षेत्र के बेनीबाद ओपी के अंतर्गत हुआ. अब तक 20 लोगों को बाहर निकाल लिया गया जबकि नदी की तेज धार में 12 अन्य बह गए. इनमें ज्यादातर स्कूली बच्चे हैं जिनका सात घंटे के बाद भी बचाव कार्य में लगी एनडीआरएफ की टीम पता नहीं लगा पाई है. अंधेरा होने के कारण शाम 6 बजे बचाव कार्य बंद कर दिया गया है. अब शुक्रवार सुबह फिर से टीमें तलाश करेंगी.
बताया जा रहा है कि भटगामा मधुरपट्टी के पीपल घाट से बच्चे जब स्कूल जा रहे थे तब यह हादसा हुआ है. वहां नदी में तेज बहाव के चलते रस्सी के सहारे नाव को पार कराया जा रहा था. तभी अचानक रस्सी टूट गई और फिर नाव नदी में पलट गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव में पुल नहीं होने की वजह से बच्चे और आसपास के लोग इसी तरह से नदी पार करते थे.
वहीं, मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि रोज की तरह गुरुवार को नाव पर सवार होकर बच्चे स्कूल जा रहे थे. नाव पर 30 से ज्यादा बच्चे सवार थे. बहाव तेज होने के कारण नाव का संतुलन बिगड़ा और वो पलट गई. हादसे के बाद नाव सवार बच्चों में चीख पुकार मच गई.
लापता में अधिकतर बच्चे
इस नाव हादसे में लापता 12 लोगों के नाम इस प्रकार हैं – रीतेश कुमार, बेबी कुमारी, गणिता देवी, सुष्मिता कुमारी (16), शिवजी चौपाल, शमशुल, सजदा बानो (16), वसीम (11), अजमत (4), पिंटू सहनी, मिंटू (20), कामिनी कुमारी (16).
पुल की कई सालों से हो रही थी मांग
जानकारी के मुताबिक, जिस जगह ये नाव हादसा हुआ है वहां के स्थानीय लोग कई सालों से पुल बनाने की मांग कर रहे हैं. पुल नहीं होने के कारण शॉर्टकट के चक्कर में लोग नाव का इस्तेमाल करते हैं. बच्चे भी शॉर्टकट के चक्कर में ही नाव से ही स्कूल आना-जाना करते हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि नदी की तेज धार में बच्चे उस राज्य में बह गए हैं जहां के मुखिया विकास को गिनाते नहीं थकते हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि आज भी बच्चों को पुल पार कर नहीं बल्कि तेज धार में रस्सी के सहारे बंधी नाव पर सवार होकर स्कूल जाना पड़ता है. यहां ये बच्चे हर रोज खतरे से खेलते हुए स्कूल जाते थे, गुरुवार को खतरा ज्यादा बढ़ गया तो वे नदी में बह गए.
घटना की जानकारी देते हुए मुजफ्फरपुर पूर्वी के डीएसपी शहरयार ने कहा कि रस्सी के सहारे नाव को पार कराया जा रहा था. रस्सी अचानक से टूट गई जिससे यह हादसा हो गया है. नाव पर स्वआर सभी मधुरपट्टी गांव के निवासी हैं. इस हादसे की जांच की जा रही है.
उधर जिला के डीएम प्रणव कुमार ने बताया कि बचाव कार्य में सभी टीमें लगी हुई हैं. इस हादसे में कितने लोग डूबे हैं, इसका आंकड़ा बता पाना मुश्किल है. 14 से 15 लोग बाहर आ गए हैं. हमारी पहली प्राथमिकता लोगों को सुरक्षित निकालना है.
मुजज़फ्फरपुर के SDO (पूर्वी) अमित कुमार ने बताया कि प्राथमिकता नदी में डूबे बच्चों को सुरक्षित निकालना है. अभी डूबने वालों की संख्या साफ नहीं है. बचाव कार्य में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम लगी हुई है. डूबने वालों में बच्चे, महिलाएं, युवा, बुजुर्ग सभी हैं. नाव किनारे पर पलटी थी, इसलिए कई लोग बचकर बाहर आ गए.
मुख्यमंत्री चिंतित
गायघाट में नाव हादसे को लेकर पूछे गए पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना बहुत ही दुःखद है. राहत एवं बचाव कार्य को लेकर हमने जिलाधिकारी को निर्देश दिया है. पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद दी जाएगी.