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“बीटलग्यूज” तारे में विस्फोट की संभावना, सूरज से है हजार गुना बड़ा

“बीटलग्यूज” लाल रंग का एक ऐसा तारा है जो आकाशगंगा में सबसे ज्यादा चमकीला है। “बीटलग्यूज” ओरायन तारामंडल का हिस्सा है। आकाशगंगा के इस सबसे चमकीले तारे की चमक खत्म होने की कगार पर है। आकाशगंगा में “बीटलग्यूज” का अस्तित्व अब हमेशा के लिए नष्ट हो जायेगा। “बीटलग्यूज” अब सुपरनोवा चरण की ओर बढ़ रहा है। सुपरनोवा चरण में किसी भी तारे में बेहद शक्तिशाली तारकीय विस्फोट के साथ तारा हमेशा के लिए खत्म हो जाता है। “बीटलग्यूज” भी अब इसी प्रकार की स्तिथि में है।

स्लेट की एक रिपोर्ट के अनुसार, सबसे चमकीले तारों में “बीटलग्यूज” को 12वें स्थान पर रखा गया था। लेकिन पिछले कुछ महीनों में “बीटलग्यूज” की चमक कम होने की वजह से अब इसको 12वें सबसे चमकीले तारे से हटाकर 20वें स्थान पर रखा गया है। “बीटलग्यूज” की दूरी पृथ्वी से 642.5 प्रकाश वर्ष है। इस तारे में अगर विस्फोट होता है तो ये देखना बड़ा दिलचस्प होगा क्यूंकि यह इंसानों को दिखाई देने वाला पहला सबसे पास का सुपरनोवा हो सकता है।

CNET की रिपोर्ट में बताया गया है कि एडवर्ड गिनान द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार, विलेनोवा विश्वविद्यालय के एक खगोलविद ने बताया कि “बीटलग्यूज” 430 दिनों के बीच अपनी रोशनी खत्म कर सकता है”। इसके अलावा उन्होंने एक और महत्वपूर्ण जानकारी दी है और कहा है कि “हमारे आंकड़े अगर सटीक बैठते हैं तो बीटलग्यूज 21 फरवरी को अपनी सबसे कम चमक पर पहुंच जाएगा”।

खगोलविदों के अनुसार “बीटलग्यूज” आकार में सूरज से लगभग हजार गुना बड़ा है। ये इतना बड़ा है कि हमारे सौरमंडल में शामिल होता तो बृहस्पति ग्रह की कक्षा से भी बड़ा होता। ऐसे तारों को सुपरजायंट्स कहा जाता है। इन तारों का आकार बहुत जल्दी बढ़ता है और सुपरनोवा चरण में प्रवेश कर हमेशा के लिए खत्म हो जाता है।