शादी से पूर्व जोड़ों का HbA2 टेस्ट होगा अनिवार्य, भारत सरकार कर रही प्रयास

पटना (TBN डेस्क) | थैलिसीमिया पीड़ित बच्चें इस दुनिया में जन्म न लें, इसके लिए भारत सरकार शादी से पहले जोड़ों का HbA2 टेस्ट अनिवार्य करने की प्रयास करेगी. ये कहना है भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे का.
कोरोना (Covid-19) के कहर के बीच 8 मई को ‘विश्व थैलिसीमिया दिवस’ के अवसर पर नन्हे थैलिसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए ब्लड डोनेशन कैम्प आयोजित करने वाली सभी संस्थाओं के बीच ऑनलाइन बैठक हुई सभी 46 संस्थाओं ने भाग लिया.
बैठक में भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी उपस्थित रहे. इस ऑनलाइन मीटिंग में संस्थाओं द्वारा दिए गए सभी सुझावों का मंत्री ने स्वागत किया.
राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि थैलिसीमिया पीड़ित बच्चें इस दुनिया में जन्म न लें, इसके लिए भारत सरकार शादी से पहले जोड़ों का HbA2 टेस्ट अनिवार्य करने की प्रयास करेगी.

साथ ही, बिहार के दो नन्हे बच्चों का बोन-मैरो ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन, जो कोल इंडिया की तरफ से दी जाने वाली 10 लाख की सहायता राशि नही मिलने की वजह से रुका हुआ है, के लिए मंत्री ने भारत सरकार की ओर से तुरंत प्रयास शुरू करने का आश्वासन भी दिया.
अश्विनी चौबे ने बताया कि थैलिसीमिया से ग्रसित बच्चों के हार्ट और लिवर के साथ पूरे शरीर मे बढ़े हुए आयरन की मात्रा जांचने की “T2स्टार MRI” नामक मशीन भी बिहार में जल्द लगाएगी. इस मशीन को लगाने का सुझाव इस ऑनलाइन मीटिंग में भाग लेने वाली संस्थाओं ने रखा था.
मंत्री ने पटना के एम्स (AIIMS) में थैलिसीमिया Day Care सेन्टर शुरू करने का भी वायदा किया. साथ ही पूरे भारत के 20 साल से ऊपर के थैलिसीमिया पीड़ित बच्चों को थैलिसीमिया Day Care सेन्टर में कॉउंसलर के रूप रखने के सुझाव को भी काफी गंभीरता से लिया.
उन्होंने पूरे बिहार के ब्लड बैंकों को अपग्रेड करने के सुझाव पर भी तुरंत विचार कर उसे जल्द से जल्द क्रियान्वित करने का वायदा भी किया.