नार्थ इंडिया में शीर्ष स्थान हासिल करने वाला ये चीनी मिल

बगहा (इमरान अजीज – The Bihar Now रिपोर्ट) | राज्य में कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण और बाढ़ कटाव आपदा की स्थिति से चंपारण में लोगों एवं किसानों की परेशानी बाढ़ गई है. इस परेशानी को लेकर तिरुपति चीनी मिल, बगहा ने किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान शत प्रतिशत करने का फ़ैसला लिया है.
इसकी जानकारी बगहा में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बीजेपी नेता और टीएसएल के एमडी दीपक यादव ने दी. दीपक यादव ने जानकारी दी कि आज लगभग 96% तक किसानों का बकाया भुगतान सीधा उनके बैंक खाते के जरिए कर दिया गया है. इसके साथ ही तिरुपति सुगर मिल गन्ना मूल्य भुगतान के मामले में बिहार ही नही नार्थ इंडिया में शीर्ष स्थान पर अपनी मुकाम हासिल करने वाला चीनी मिल बन गया है.
टीएसएल के एमडी दीपक यादव ने बताया कि कोविड-19 (Covid-19) जैसी वैश्विक महामारी (Pandemic) के दौरान बाढ़ जैसी आपदा से राहत के लिए किसानों के हित में प्रबन्धन द्वारा निर्णय लिया गया है. बाकी किसानों का भुगतान पंद्रह दिनों के भीतर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के माध्यम से किए जाने की तैयारी है.
उन्होंने बताया कि चूंकि कोरोना संक्रमण के कारण स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा सील है, इसी लिए 4-5% किसानों का भुगतान शेष रह गया है. लेकिन जैसे ही सोमवार से बैंक खुलेगा, बाकी किसानों के खाते में भी नगदी भुगतान सुनिश्चित कराई जायेगी.
दरअसल कोरोना काल में लॉकडाउन (Corona Lockdown) रिटर्न की वजह से और बाढ़ जैसी आपदा की स्थिति में चंपारण के किसान आर्थिक रूप से काफी परेशान थे. इसको लेकर प्रसिद्ध समाजसेवी और तिरुपति चीनी मिल के एमडी दीपक यादव ने किसानों की परेशानी को देखते हुए चीनी मिल प्रबंधक को निर्देश दिया कि किसानों का भुगतान शीघ्र सुनिश्चित करें.
वहीं दूसरी ओर बीजेपी मुख्यालय, पटना एवं उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी द्वारा निर्देशित सर्वे सूची को महज़ चंद घंटों में तैयार कर सरकार को 1500 बाढ़ पीड़ितों की फ़ोटो विडियो और नाम-पता के साथ सूची उपलब्ध करा दी गई है. इसके बाद राज्य सरकार ने 6 हज़ार रुपए आर्थिक सहायता का ऐलान किया है, जिसका बीजेपी नेता दीपक यादव ने स्वागत किया है. उन्होंने इसके लिए उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को धन्यवाद दिया है, साथ ही राज्य और केंद्र सरकार से बाढ़ कटाव पीड़ितों को पुनर्वास के तहत अन्य सुविधाएं दिए जाने की भी मांग की है.