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आरोपों के घेरे में तेजस्वी की यात्रा वाली हाईटेक बस

पटना (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट)- बिहार में इस साल विधान सभा चुनाव होने हैं . चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो चुके हैं और चुनावी रैली और यात्राओं का सिलसिला लगातार जारी है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने भी 23 फरवरी “बेरोजगारी हटाओ यात्रा” की घोषणा की थी. तेजस्वी यादव की इस यात्रा के लिए सबसे ज्यादा चर्चा उनकी हाईटेक बस को लेकर हुई थी. लेकिन अब ये बस आरोपों के घेरे में घिर चुकी है. बिहार सरकार के तीन मंत्रियों ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया है कि “बेरोजगारी हटाओ यात्रा” के लिए खरीदी गई हाईटेक बस में आर्थिक जालसाजी हुई है. इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से इसकी जांच कराने की मांग की है.

बिहार सरकार के सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार, योजना एवं विकास मंत्री महेश्वर हजारी और ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार ने पार्टी कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मंत्रियों ने तेजस्वी यादव पर हाईटेक बस की खरीदारी में जालसाजी करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि “बस खरीद में किसका पैसा लगा है”. आगे मंत्रियों ने कहा कि “मंगल पाल के नाम पर बस की खरीद की गई है, जो अतिपिछड़ा समाज से आते हैं. इस तरह एक गरीब को इस मामले में मोहरा बनाया गया है”.

प्रेस कांफ्रेंस में मंत्रियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि “मंगल पाल ने अंगूठे का निशान लगाकर पिछले महीने जनवरी में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत छह किलो गेहूं और नौ किलो चावल का उठाव किया है. उनका नाम बीपीएल सूची में भी है. इंदिरा आवास का भी लाभ उन्होंने लिया है. ऐसे में मंगलपाल कैसे 33 लाख की बस खरीद सकते हैं”.

बिहार सरकार के सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष पर भी गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है और मंगल पाल से संबंधित जो उक्त जानकारी दी गयी है उससे संबंधित कागजात भी मीडिया के समक्ष रखते हुए कहा कि “राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद ने गलत जानकारी दी है कि मंगल पाल का सालाना टर्वओवर 70 लाख रुपए का है”. आगे उन्होंने  कहा कि “इस हाईटेक बस में यात्रा करने और खरीदने पर तेजस्वी यादव के खिलाफ धारा 420 और 467 के तहत मुकदमा दर्ज भी हो सकता है . इस प्रेस कांफ्रेंस में बिहार सरकार में युवा जदयू प्रवक्ता ओम प्रकाश सिंह सेतु भी उपस्थित थे.

अब ऐसे में सवाल ये आता है कि बिहार सरकार के मंत्रियों द्वारा तेजस्वी यादव पर हाईटेक बस की खरीदारी में जालसाज़ी के आरोप से “बेरोजगारी हटाओ यात्रा” पर क्या प्रभाव पड़ता है.