नियोजित हड़ताली शिक्षकों का कोरोना को लेकर जागरूकता अभियान
सुपौल (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट) :- बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति ने समान काम, समान वेतन के साथ सात सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की थी जो अब तक जारी है. शिक्षक अपनी जिद पर अड़े हुए हैं और पुराने शिक्षकों की तरह वेतनमान की मांग कर रहे हैं. लेकिन जिस तरह से कोरोना वायरस के प्रकोप से दुनिया भर में हाहाकार मचा हुआ है. विश्व के सभी देश अपने नागरिकों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूक कर रहे हैं. इसी क्रम में बिहार के हड़ताली नियोजित शिक्षकों के द्वारा एक अनोखी पहल की शुरुआत करते हुए अपने-अपने इलाकों में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने का काम शुरु किया है.
हड़ताल पर बैठे शिक्षकों ने सुपौल बीआरसी में नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह के नेतृत्व में शहर के कुछ वार्डो में भ्रमण करते हुए जगह जगह जाकर कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगो को जागरुक किया. शिक्षकों ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगो जागरूक करते हुए बताया कि नियमित तौर पर हाथ धोएं, लोगों से उचित दूरी बनाकर रखें, नाक, मुंह और आंखों को बार-बार न छुएं, छींकते वक्त टिशू का इस्तेमाल करें, बुखार, खांसी-जुकाम को हल्के में न लें.
हड़ताल के विषय पर बात करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह ने कहा कि “समान काम समान वेतन की मांग को लेकर सरकार से संवाद और विरोध दोनों जारी रहेगा. ये शिक्षकों की संवैधानिक मांग है लेकिन देश पर आयी कोरोना वायरस की आफत को हराने के लिए बिहार के शिक्षकों की भी बड़ी जिम्मेवारी है. जिसको लेकर राज्य के 5 लाख शिक्षक अपने-अपने इलाके में लोगो को जागरूक करने में जुट गये हैं”.
शिक्षकों ने कोरोना वायरस के बारे में बात करते हुए बताया कि कोरोना वायरस को लेकर देश में तरह-तरह के भ्रम फैलाए जा रहे हैं, ऐसे में लोगों के यह जानना बेहद जरूरी है कि अगर कोई इस बीमारी की चपेट में आ जाए या आने की आशंका हो तो क्या करना चाहिए. इसलिए आज से लगातार शिक्षकों का गुट हर वार्ड में जाकर लोगो को स्वच्छता का संदेश देकर जागरूक करेगा.