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जहानाबाद: बाबा सिद्धनाथ मंदिर में भगदड़; 7 की मौ’त, दर्जनों घायल

जहानाबाद (The Bihar Now डेस्क)| सोमवार को जिले के मखदुमपुर में बाबा सिद्धनाथ मंदिर (stampede at Baba Siddhnath Temple in Makhdumpur of Jehanabad) में लगभग मध्य रात्रि को मची भगदड़ में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए. इनमें तीस की हालत गंभीर बताई जा रही है. यह जानकारी पुलिस ने दी. घटना मखदुमपुर प्रखंड के वाणावर पहाड़ी (Vanavar hill) पर घटी. घायलों को मखदुमपुर और जहानाबाद के अस्पतालों में ले जाया गया है.

चूँकि यह पवित्र सावन (Sawan) महीने का चौथा सोमवार था, इसलिए मंदिर में भारी भीड़ थी. श्रद्धालु संकरे गंगा एवं गऊघाट मार्ग से बाबा सिद्धनाथ के दर्शन करने के लिए पहाड़ पर पहुंचे. अचानक मंदिर के पास अफरातफरी मची और लोग इधर-उधर भागने लगे. इस दौरान कई महिलाएं और पुरुष गिर गए. जिन लोगों को गंभीर चोट आई है, उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया. लोगों का आरोप है कि लाठीचार्ज की वजह से भगदड़ मची.

इधर, जहानाबाद की जिलाधिकारी अलंकृता पांडे (Alankrita Pandey, IAS) ने सोमवार सुबह कहा कि स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने बताया, “जहानाबाद जिले के मखदुमपुर में बाबा सिद्धनाथ मंदिर में भगदड़ में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और नौ घायल हो गए. हम हर चीज पर नजर रख रहे हैं और अब स्थिति नियंत्रण में है.”

वहीं, जहानाबाद के SHO (SHO Jehanabad) दिवाकर कुमार विश्वकर्मा ने कहा, “डीएम और एसपी ने घटनास्थल का दौरा किया और वे स्थिति का जायजा ले रहे हैं… कुल सात लोगों की मौत हो गई है… हम मृतकों और घायलों के परिवार के सदस्यों से मिल रहे हैं और उनके बारे में पूछताछ कर रहे हैं…जो घटना में मारे गए हैं, हम उन लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं, इसके बाद हम शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजेंगे.”

पुलिस के मुताबिक, इस भगदड़ में सुशीला देवी, पूनम देवी, निशा कुमारी, निशा देवी, राजू कुमार और प्यारे पासवान की जान चली गई. पूनम गया जिले के मोर टेकरी, निशा कुमारी मखदुमपुर थाना क्षेत्र के लडौआ गांव, सुशीला जल बीघा नाडोल, निशा देवी नगर थाना क्षेत्र के एरकी गांव और प्यारे पासवान स्थानीय निवासी है. दो लोगों की अभी पहचान नहीं हो सकी है.

विवाद पर झगड़ा से हुआ भगदड़

उधर, भगदड़ के प्रत्यक्षदर्शी मनोज ने बताया कि मंदिर के पास एक फूल विक्रेता और कुछ कांवड़ियों के बीच झड़प हो गई थी, जिसके कारण इलाके में भगदड़ मच गई. मनोज ने मीडिया को बताया, “अगर प्रशासन वहां होता, तो फूल विक्रेता ने एक विवाद पर झगड़ा नहीं किया होता. यह सब हमारे सामने ही हुआ. हममें से बहुत से लोग वहां फंस गए थे, किसी ने मुझे वहां से निकाला. अगर मैं 3-4 मिनट और दूसरे के लिए रुका होता तो मर जाता. यह घटना भगदड़ के कारण हुई. पुलिस मौके पर कहीं नहीं दिखी, वे रास्ते में तैनात थे…मुझे भी चोटें आई हैं.”

बाबा सिद्धनाथ मंदिर कहाँ है?

बाबा सिद्धनाथ मंदिर, जिसे शिव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है और मूल रूप से सिद्धेश्वर नाथ मंदिर के रूप में जाना जाता है, बराबर पहाड़ियों की सबसे ऊंची चोटियों में से एक के ऊपर स्थित है.

मंदिर का निर्माण 7वीं शताब्दी में गुप्त काल के दौरान किया गया था. स्थानीय किंवदंतियों में मंदिर के निर्माण का श्रेय राजगीर के महान राजा जरासंध के ससुर बाना राजा को दिया गया है.

मुख्यमंत्री ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने(Chief Minister Nitish Kumar) जहानाबाद जिले के मखदुमपुर के वाणावार के सिद्धेश्वर मंदिर में मची भगदड़ में 07 लोगों की हुई मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है. मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को अविलंब चार-चार लाख रूपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं.

मुख्यमंत्री ने दुख की इस घड़ी में मृतक के शोक संतप्त परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है. उन्होंने इस हादसे में घायल हुए लोगों के समुचित इलाज कराने का निर्देश दिया है एवं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है.

तेजस्वी ने भी दुख व्यक्त किया

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है. तेजस्वी ने अपने X हैन्डल पर लिखा, “जहानाबाद के बाबा सिद्धेश्वरनाथ मंदिर में देर रात श्रावणी मेले के दौरान भगदड़ मचने से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर एवं अनेक श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर अत्यंत पीड़ादायक है. महादेव से प्रार्थना है कि वे घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें तथा मृतकों को अपने श्रीचरणों में स्थान दें. इस दुख की घड़ी में सभी पीड़ित श्रद्धालुओं के परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ. इस हृदयविदारक घटना की सूचना मिलते ही राजद कार्यकर्ता, नेतागण और सांसद महोदय प्रशासन व पीड़ित परिजनों को हरसंभव मदद करने में प्रयासरत है.