भागलपुर के छात्रों ने बनाया स्मार्ट सिटी मॉडल
भागलपुर (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट)- स्मार्ट सिटी का नाम आते ही दिमाग में एक ऐसा शहर आता है जिसमे पानी और बिजली की अच्छी व्यवस्था हो, शहर की साफ-सफाई और कचरा प्रबंधन की उचित व्यवस्था हो, शहर में आने जाने के लिए परिवहन का बेहतरीन साधन, तकनीकी कनेक्टिविटी, ई-गवर्नेंस, नागरिकों की सुरक्षा, शासन में नागरिकों की भागीदारी जैसी विभिन्न सुविधाएँ उपलब्ध हों.
ऐसी ही सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए भागलपुर राजकीय पॉलिटेक्निक के चतुर्थ सेमेस्टर (सिविल) के युवा विज्ञानियों ने एक स्मार्ट सिटी की कल्पना करते हुए एक मॉडल का निमार्ण किया है. इस मॉडल में नालों से गिरने वाले पानी को किस तरह से प्रयोग में लाना है इसका ध्यान रखते हुए पानी को फिल्टर करके नदी या खेतों तक किस तरह पहुँचाना है इसका भी ख्याल रखा गया है. मॉडल को वायु ऊर्जा, वर्षा जल संचयन और सुगम यातायात व्यवस्था सहित कई तरह की सुविधाओं से परिपूर्ण बनाया गया है.
इस मॉडल को बनाने वाले आर्यन, कुंदन, सोनू, विभाष, शुभम एवं मुकेश ने बताया कि “भागलपुर के स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा के बाद यह ख्याल आया कि अपना शहर कैसा हो. उसके बाद इस काम शुरू किया. शहर की सबसे बड़ी समस्या जाम की थी. उससे निपटने के लिए अत्यधिक रास्ते को बनाया ताकि आपात स्थिति में यातायात समस्या न हो. इसके अलावा शहर में कूड़े की बड़ी समस्या है उसे ध्यान में रखकर प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट को भी दर्शाया है. इसके अलावा उर्जा, स्मार्ट रेलवे स्टेशन को फोकस किया है. आगे उन्होंने बताया कि “दरअसल इस मॉडल को बनाने में नागरिकों के हर एक सुविधा तथा चुनौतियों को ध्यान में रखकर मॉडल को बनाया है. यदि सबकुछ ठीकठाक रहा तो इस मॉडल को स्मार्ट सिटी का प्लान करने वाली कंपनी को भी उपलब्ध कराएंगे. ताकि उसे प्लान करने में इस मॉडल से सहायता मिल सके. हालांकि यह मॉडल किसी भी स्मार्ट सिटी के प्लान के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है”.
भारत के हर शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की पहल में हर नागरिक को भागीदार बनना चाहिए. देश का हर नागरिक अच्छी जीवनशैली के लिए एक ऐसे स्मार्ट सिटी की कल्पना करता है जिसमे वर्ल्ड क्लास ट्रांसपोर्ट सिस्टम, 24 घंटे बिजली-पानी की आपूर्ति, सरकारी कामों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम, एक जगह से दूसरे जगह तक 45 मिनट में जाने की व्यवस्था, स्मार्ट शिक्षा की सुविधा, पर्यावरण के अनुकूल माहौल,बेहतर सुरक्षा और मनोरंजन जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हों.