चंपारण में अतिपिछड़ों को एकजुट करने की आरजेडी की कवायद तेज

बगहा (इमरान अजीज – The Bihar Now) | बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में सभी दलों के छोटे-बड़े नेता जुट गए हैं और अपने कार्यकर्ताओं को लामबंद करने में लगे हैं. इसी के मद्देनजर आरजेडी अतिपिछड़ा प्रकोष्ट के प्रदेश अध्यक्ष और एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी व पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल सहनी गुरुवार को चंपारण के बगहा पहुंचे.
विशाल होटल सभागार में आरजेडी कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया. इस मौके पर पहली बार चंपारण पहुंचे नवनिर्वाचित विधान परिषद सदस्य रामबली सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि प्रवास कार्यक्रम के तहत सूबे के सभी जिलों में पिछड़ा और अतिपिछड़ा वर्ग को गोलबंद करने के लिहाज से यह विशेष बैठक की जा रही है. इस बैठक का मकसद है तेजस्वी यादव को 2020 में बिहार का मुख्यमंत्री बनाया जा सके.
इस दौरान पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल सहनी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अतिपिछड़ा विरोधी बताते हुए कहा कि जेडीयू से पिछड़ा वर्ग के 6 लोग लोकसभा चुनाव जीते हैं तो बीजेपी से भी 2 पिछड़ों ने बाज़ी मारी है. लेकिन अफ़सोस है कि किसी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है. वही आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के शासनकाल में पिछड़ों को सम्मान मिला था. इसके उदाहरण महेंद्र सहनी और कैप्टन जयनारायण निषाद हैं.
उन्होंने कहा कि अब वक़्त आ गया है, बिहार की जनता इनके बरगलावे में नहीं आने वाली है. मिशन 2020 में आरजेडी फतह करेगी और दबे कुचले अतिपिछड़ों के मसीहा लालू यादव के मार्गदर्शन में तेजस्वी सीएम बनेंगें.
इधर रिटायर्ड एडीएम महेंद्र भारती ने चंपारण में अतिपिछड़ों को एकजुट करने की कवायद तेज कर दिया है ताकि विधानसभा चुनाव में समीकरण के आधार पर सीटें जीतने में आसानी हो.
ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि बिहार में ’15 साल विनाश बनाम 15 साल विकास’ के दावों में जनता का विश्वास और समर्थन अपने पाले में करने में आरजेडी कितना सफ़ल होती है.