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गेहूं की हो तेज गति से खरीददारी, इसका संचयन एक बड़ी समस्या – दीपक ठाकुर

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार सरकार द्वारा गेहूं खरीद की तिथि 15 जून तक बढ़ाये जाने का पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. सीपी ठाकुर के बेटे तथा भाजपा किसान मोर्चा के बिहार प्रभारी दीपक ठाकुर स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि कोरोना को देखते हुए सरकार का यह फैसला किसानों को व्यापक हित में है. ‘आवाज़, एक पहल’ नामक संस्था द्वारा आयोजित “कोरोनाकाल में गेंहूँ खरीदी – समस्याएं व समाधान” विषय पर एक वेब-परिचर्चा में दीपक ठाकुर बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे.

दीपक ठाकुर ने पटना ग्रामीण के किसान व पैक्स अध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार सरकार का गेंहूँ खरीद की तिथि 15 जून करना स्वागत योग्य है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह तभी सफल होगा, अगर यह खरीदी तेज गति से पैक्स के माध्यम से हो. उन्होंने कहा कि धान के मुकाबले गेंहूँ में जल्दी कीटाणु लग जाता है जिसके डर से किसान फिर औने-पौने भाव में अपनी उपज बेच डालता है.

ठाकुर ने बताया कि आटा-चक्की मिलें बंद होने के कारण भी इसकी बाज़ार में खरीदी अच्छे भाव में नहीं हो पा रही है, जिसका खामियाज़ा भी अंततः हमारे अन्नदाता किसानों को ही भुगतना पड़ रहा है.

इस वेब-परिचर्चा में कृषि-विशेषज्ञ लवकुश सिंह ने गेंहूँ के संचयन की कठिनाइयों पर चर्चा करते हुए बिहार सरकार से इसकी खरीद में बिचौलियों की भूमिका को समाप्त करने का आग्रह किया. इस अवसर पर बिरधौर-कटारी पैक्स अध्यक्ष लालबाबू शर्मा ने कहा कि एक महीने में कीटाणुग्रस्त होने से पहले सरकार सारा गेंहु खरीद ले.

वहीं अख्तियारपुर-मंझौली पैक्स अध्यक्ष अर्चित सिंह व बिक्रम हरपुरा के कृषक घनश्याम कुमार ने सरकार से गेहूं भंडारण हेतु गन्नी-बैग की समुचित व्यवस्था करने की मांग की. उन्होंने कहा कि ऐसा न होने से किसान की ही लागत-मूल्य बढ़ जाती है.

दीपक ठाकुर ने कहा कि बिहार की 84 प्रतिशत कृषि आधारित आबादी की ज़मीनी समस्याओं से सरकारी पक्ष को अविलंब अवगत कराया जाएगा ताकि प्रलयंकारी कोरोना की तरह बिहार सरकार किसानों की समस्या का भी शीघ्र समाधान निकाले.

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दीपक ने इस वेब-परिचर्चा से जुड़े कृषक परिवार के मीडिया के बंधुओं को भी कोरोनाकाल में त्वरित इलाज़, दवाओं व ऑक्सीजन की कालाबाज़ारी पर अंकुश इत्यादि हेतु उनके अमूल्य योगदान पर साधुवाद दिया. उन्होंने अनुरोध किया कि स्वामी सहजानंद सरस्वती के शब्दों में धरती के भगवान- किसान भाइयों की आवाज़ को भी तर्कसंगत ढंग से सरकार तक पहुँचाएं.

कृषि-प्रबंधन विशेषज्ञ वीरू कुमार ने किसान को भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए किसानमित्रों के हितार्थ वेबिनार में उपस्थित सभी स्नेहीजनों का धन्यवाद ज्ञापन किया.