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वीर कुँवर सिंह पर नीतीश की फर्स्ट टाइमर मंत्री का विवादित बयान

सीतामढ़ी (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार के नीतीश सरकार की फर्स्ट टाइमर मंत्री शीला मंडल के मुंह से एक विवादित बयान निकल गया. उन्होंने सीतामढ़ी में वीर कुँवर सिंह के बारे में एक विवादित बयान देकर फंस गई. उन्होंने कहा था कि एक हाथ कटवा कर राजपूतों के वीर कुँवर सिंह शहीद बन बैठे थे.

दरअसल शीला मंडल ने सीतामढ़ी में गुरुवार को आयोजित शहीद रामफल मंडल की श्रद्धांजलि सभा में यह बयान दिया. सभा में उन्होंने कहा कि यद्यपि नीतीश सरकार पिछड़ा-अतिपिछड़ा के उत्थान के लिए काम कर रही है, परंतु वे इससे संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने कहा कि “राजपूतों के वीर कुँवर सिंह के एक हाथ कटने से उनकी इतनी वाहवाही हुई कि उनके बारे में किताबों में पढ़ाया जाता है. जबकि सीतामढ़ी के शहीद रामफल मंडल को कोई नहीं जनता है”. उन्होंने कहा कि शहीद रामफल मंडल को उतना सम्मान नहीं मिल है जितना कि वीर कुंवर सिंह को मिला है. उनके कहने का मतलब यह था कि

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परिवहन मंत्री शीला मंडल ने स्वतंत्रता संग्राम के इस जांबाज योद्धा के पराक्रम को जाति से जोड़कर बयान दे डाला. हालांकि बाद में उन्होंने अपने इस बयान के लिए खेद भी जताया. उनके इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में बयानों का दौर शुरू हो गया. सियासी दलों द्वारा शीला मंडल के इस बयान की कड़ी आलोचना शुरू हो गई और इस पर आपत्ति जताई गई.

इसी संदर्भ में शुक्रवार को सुपौल के निर्मली में पत्रकारों को बताया कि वीर कुंवर सिंह के बारे में उनके द्वारा दिए गए बयान से उनका इरादा
किसी को आहत पहुचाने का नहीं था. उन्होंने अपने बयान पर खेद व्यक्त करते कहा कि मेरे दिल में वीर कुंवर सिंह के लिए असीम श्रद्धा है.

बता दें कि परिवहन मंत्री शीला मंडल ने सीतामढ़ी की उस सभा में यह भी कहा था कि पहले अति पिछड़ा जाति के लोगों के गुणों को दबा दिया जाता था. उन्होंने कहा कि रामफल मंडल के परिवार को देखकर उन्हें दुख होता है क्योंकि यदि वे दूसरे वर्ग से होते तो आज इनके भी बच्चे बड़े-बड़े पदों पर होते.

बताते चलें कि सीतामढ़ी के बाजपट्टी प्रखंड के मथुरापुर निवासी रामफल मंडल भारत के स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हो गए थे. शहीद रामफल मंडल को अंग्रेजों ने 23 अगस्त 1943 को फांसी पर चढ़ा दिया था.