कोरोना ने मिलाया बिछड़ों को
Last Updated on 3 years by Nikhil

छपरा (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट) | कोरोना के कारण विश्व सहित भारत में भी संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी जारी है. भारत में हर तरफ लोग कोरोना के खौफ से लॉक डाउन के चलते घर में कैद हैं. लेकिन क्या कोरोना के खौफ की वजह से किसी परिवार के बीच खुशियां लौट के आ सकती हैं सुनने में बड़ा अजीबोगरीब लगता है, परन्तु ये सच है. कोरोना की वजह से एक बिछड़े हुए शख्स को करीब 7 साल बाद अपने परिवार से मिलने का मौका मिल गया. ये शख्स लगभग 7 साल पहले अचानक से लापता हो गया था, अब यूपी पुलिस इस शख्स को लेकर बिहार में छपरा के भेल्दी थाना उसके गाँव लेकर पहुंची.
खबर के अनुसार सोमवार की सुबह उत्तर प्रदेश पुलिस अजय कुमार दास उर्फ विवेक दास नाम के एक युवक को लेकर भेल्दी थाना पहुंची. थाने पहुंचकर पुलिस ने युवक के बारे में पूछताछ शुरू की. भेल्दी थानाध्यक्ष विकास कुमार की ओर से मिली जानकारी के आधार पर यूपी पुलिस अजय को लेकर पैगा मित्रसेन गांव पहुंची. गांव में सुबह-सुबह पुलिस को देखते ही हलचल का माहौल हो गया गया लेकिन जैसे ही अजय के परिवारवालों ने उसको देखा तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. यूपी पुलिस ने इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ” अजय कुमार दास उर्फ विवेक दास घर से गायब होने के बाद भटकते हुए उत्तर प्रदेश के बाराबंकी चला गया था और वहां एक आपराधिक मामले में जेल में सजा काट रहा था. भारत में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कोर्ट ने बचाव की दृष्टि से कुछ कैदियों को पैरोल पर रिहा करने का आदेश दिया था. जिसमें अजय कुमार दास का भी नाम भी शामिल था”.