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PUBG की लत में युवक ने मानसिक संतुलन खोया

 बक्सर (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट) | “प्लेयर अननोन बैटल ग्राउंड” (PUBG) बच्चों और युवाओं के बीच इस वक्त दुनिया का सबसे पसंदीदा गेम बन चुका है. इस ऑनलाइन गेम को लेकर इतना ज्यादा क्रेज हो चुका है कि अगर एक बार इस गेम को खेलने की लत लग जाती है तो इस गेम का प्रभाव बच्चों और युवाओं के मानसिक और शारीरिक विकास पर पड़ने लगता है. पबजी खेलने से बच्चों के व्यवहार में बदलाव होने लगता है जिससे कई तरह की मानसिक समस्याएं होने लगती है. इसका जीता जागता उदाहरण बुधवार को बक्सर के अस्पताल में देखने को मिला.

बुधवार को बक्सर के सदर अस्पताल में 22 वर्षीय युवक को इलाज के लिए लाया गया.  युवक के बारे में मालूम करने पर पता चला कि युवक पबजी खेलने का बहुत बड़ा शौकीन था और अचानक से पबजी खेलते खेलते युवक ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया इसके बाद कभी वह परिजनों के साथ मारपीट तो कभी दीवार पर अपना सिर पटकने लगा. युवक के परिवार वालों ने बड़ी मुश्किल से उस पर काबू पाया और उसके बाद युवक को रस्सी से हाथ-पैर बांधकर अस्पताल में भर्ती किया गया.

मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के कुशीनगर का मूलनिवासी श्रवण कुमार, नगर थाना क्षेत्र के मठिया मोड़ मोहल्ले में अपनी किसी  रिश्तेदारी में आया हुआ था. लेकिन तभी बुधवार की सुबह अचानक रिश्तेदारों से मारपीट करते हुए अपना सिर दीवार पर पटकने लगा जिसके दौरान वह घायल भी हो गया. युवक के इस प्रकार की स्तिथि में पहुंचने का कारण उसके परिजन पबजी को बता रहे हैं उन्होंने बताया वह पिछले कई महीनों से पबजी गेम खेल रहा था और लगातार तीन दिनों से वह गेम में हार रहा था, हार के चलते उसने अपना मानसिक संतुलन खो दिया. हालात कुछ ऐसे हो गए कि वह चिल्लाते हुए हर किसी पर यह बोलते हुए हमले करने लगा कि कोई उसे मारने आ रहा है. फिर वह अचानक दीवार पर अपना सिर पटकने लगा. युवक के परिजनों के द्वारा हाथ-पैर बांध कर आनन-फानन में सदर अस्पताल में पहुंचाया गया.युवक का इलाज कर रहे डा. मोहम्मद ताहिर हुसैन का कहना है कि, “इस वक्त युवक के दिलों-दिमाग पर ऑनलाइन गेम घर कर गया है तथा वह खुद को उसी आभासी दुनिया में पा रहा है. हालांकि, धीरे-धीरे उसे सामान्य अवस्था में पहुंचाने की कोशिश की जा रही है”.

पबजी गेम खेलने से  दिमाग पर विपरीत असर पड़ता है. पबजी गेम अब सिर्फ बच्चों तक ही सीमित नहीं है बल्कि 6 साल के बच्चे से लेकर 30-32 साल के युवाओं तक में इस गेम को लेकर जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है.  पबजी गेम खेलने की बढ़ती लत के कारण हजारों युवाओं में व्यवहार संबंधी परेशानियां और मानसिक रोग होना आम बात हो गयी है.