महाशिवरात्री के पावन पर्व पर जगमगाये मंदिर और शिवालय
फुलवारी शरीफ (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट)- कल दिन शुक्रवार को महाशिवरात्री का पावन पर्व है. शिवरात्रि तो हर महीने में आती है परन्तु महाशिवरात्रि सालभर में एक ही बार आती है. फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है .
हिन्दुओं में महाशिवरात्रि के पावन पर्व का बड़ा महत्व होता है क्योंकि यह शिव और शक्ति की मिलन की रात होती है. महाशिवरात्रि को आध्यात्मिक रूप से प्रकृति और पुरुष के मिलन की रात बताया जाता है. महाशिवरात्रि को शिवभक्त व्रत रखते हैं और शिव मंदिर में शिव लिंग पर जल चढ़ाते हैं. इस दिन मंदिरों में जलाभिषेक का कार्यक्रम दिन भर चलता रहता है.
महाशिवरात्रि को मंदिरों की सजावट और भक्तिमय माहौल देखकर मन प्रसन्न होकर शिव भक्ति में डूब जाने को करता है. सम्पूर्ण भारत की तरह बिहार के फुलवारी शरीफ में भी सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर मंदिरों और शिवालयों को विभिन्न प्रकार के सुगन्धित पुष्पों से सजाया गया है और बिजली के रंग बिरंगे बल्बों से बड़े ही आकर्षक ढंग से मंदिरों की सजावट की गयी है. महाशिवरात्रि पर सैंकड़ो श्रद्धालुओं का जन सैलाब शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए उमड़ता है. श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए मंदिर और प्रशासन के द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गयी हैं.
मंदिरों के आस पास की दुकानों पर पुष्प, धतूरा, बेलपत्रों और अन्य पूजन सामिग्रियाँ सजी हुई हैं. श्रद्धालुओं एवं शिवभक्तों की चहल पहल और हर हर महादेव की आवाज़ों से बाजारों में वातावरण हर्षोल्लास से परिपूर्ण हो गया है. शिवालयो व मंदिरो में भगवान् शिव के पावन गीत लाउडस्पीकर के द्वारा बज रहे हैं और शिवभक्ति के कर्णप्रिय गीतों से इलाका गुंजायमान हो रहा है. फुलवारी शरीफ थाना परिसर स्थित शिव मंदिर में शिव भक्ति के गीत – संगीत पर देर रात तक श्रद्धालु झूमते नाचते गाते रहे. वाल्मी , भुसौला , राम नगर , फुलिया टोला ,नकटी भवानी चकमुसा, बभनपूरा , नगवां , जानीपुर , सबजपूरा , बजरंग बलि कोलोनी , इसोपुर , करोड़ीचक , रानीपुर , राष्ट्रीयगंज , उफरपूरा , महुआबाग़ , बीएमपी – 16 एंड बीएमपी वेटनरी कॉलेज ,अनीसाबाद , बेउर , बालमीचक , हरनीचक , मित्रमंडल कोलोनी , साकेत बिहार , बिड़ला कोलोनी , परसा बाजार , कुर्थौल , एतवारपुर समेत संपत चक , बैरिया , गोपालपुर , गौरीचक के सभी शिवालयो व मंदिरों की मनमोहक सजावट देखकर मन मंत्रमुग्ध हो जाता है.
महाशिवरात्रि को शिवभक्त आराध्य, जागरण, पूजा अर्चना करते हैं. पौराणिक मान्यता के अनुसार महाशिवरात्रि को शिवजी के साथ शक्ति की शादी हुई थी और महाशिवरात्रि के दिन ही शिवजी ने वैराग्य जीवन छोड़कर गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया था. शिवभक्त इस दिन शिवजी की शादी का उत्सव मनाते हैं.