लॉकडाउन के शिकार एक गरीब ने तोड़ा दम
छपरा (TBN रिपोर्ट) | भारत सरकार के द्वारा कोरोना से बचाव के लिए घोषित किया गया लॉकडाउन, रोजमर्रा के छोटे मोटे काम करके गुजारा करने वाले लोगों के लिए अभिशाप बनता जा रहा है. लॉकडाउन का सबसे बड़ा प्रभाव लोगों के धंधे रोजगारों पर पड़ा है. यहाँ तक कि कुछ लोगों के सामने ऐसी परिस्तिथि आ गयी है कि दो वक्त की रोटी के लिए भी लाले पड़ गए हैं. लॉकडाउन में हालात का शिकार होकर बहुत से लोगों को अपनी जान से हाथ भी धोना पड़ा है.
ऐसी ही एक घटना छपरा मुफस्सिल थाना के साढ़ा ढ़ाला ईदगाह से सामने आयी है जिसमें लॉकडाउन के चक्रव्यूह में फंसे एक गरीब ने भूखमरी से दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि एक रिक्शा चालक दो तीन दिन से इलाके में सवारी के इंतज़ार में खड़ा देखा जा रहा था. लेकिन आज जब बहुत देर तक रिक्शा चालक के शरीर में कोई हरकत होती दिखाई नहीं दी और वह अपने रिक्शा पर एक ही मुद्रा में पड़ा रहा. ऐसी हालत को देख स्थानीय लोगो ने उसके पास जाकर देखा तो सब देखकर सन्न रह गए. दरअसल रिक्शा चालक की मौत हो चुकी थी.
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार रिक्शा चालक कई दिनों से सवारी का इन्तजार कर रहा था. लेकिन लॉकडाउन में सवारी न मिलने से कमाई नही हो रही थी. जिसकी वजह से भुखमरी का शिकार होने की संभावना जताई जा रही है.
फिलहाल लोगों ने घटना के सम्बन्ध में पुलिस और जिलाधिकारी को सूचित कर दिया है. लेकिन समाचार लिखे जाने तक रिक्शा चालक की लाश वही पड़ी हुई थी और लॉकडाउन में एक मजबूर, असहाय और गरीब की कहानी बयां कर रही थी.