क्वारंटाइन सेंटर में युवक ने की आत्महत्या

हाजीपुर (TBN रिपोर्ट) | बिहार में विपक्ष अब तक क्वारंटाइन सेंटर में दिए जाने वाले खाने एवं बदहाली जैसे विभिन्न मुद्दों को लेकर नीतीश सरकार को घेर रही थी. लेकिन आज की घटना ने क्वारंटाइन सेंटर में सुरक्षा इंतजाम पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं.
घटना के अनुसार, हाजीपुर में राजकीय अंबेडकर आवासीय बालिका विद्यालय में बने जिला आइसोलेशन क्वारंटाइन सेंटर में 30 वर्षीय प्रवासी मजदूर के फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. क्वारंटाइन सेंटर में आत्महत्या की खबर से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया.
घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीओ संदीप शेखर प्रियदर्शी सदर एसडीपीओ राघव दयाल सिविल सर्जन इंद्र देव रंजन सदर प्रखंड के अंचलाधिकारी कृष्ण कुमार सिंह और सदर थाना अध्यक्ष रोहन कुमार समेत दल बल के साथ पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे
मिली जानकारी के अनुसार पटेढ़ी बेलसर थाना इलाके के जारंग रामपुर के रहने वाले मृतक 30 वर्षीय राजेश कुमार को 2 दिन पहले ही दिल्ली से बिहार लौटने के बाद हाजीपुर क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती किया गया था और स्वास्थ्य विभाग द्वारा कल ही उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था.
फिलहाल मौका ए वारदात से पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस घटना को लेकर सदर एसडीओ संदीप शेखर प्रियदर्शी कुछ खास बोलने से कतराते नजर आए और जांच की बात करते हुए मामले से पल्ला झाड़ लिया.
इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए सदर एसडीपीओ राघव दयाल ने बताया कि प्रवासी मजदूर ने क्वारंटाइन सेंटर के कमरे में आत्महत्या ली जिसके बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है
घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया वहीँ मृतक के भाई राकेश कुमार ने बताया कि राजेश कुमार कोरोना वायरस बीमारी का नाम सुनकर ही काफी भयभीत था. आगे मृतक के भाई ने कहा ऐसी आशंका है कि उसके भाई ने कोरोना के डर से घबराकर आत्महत्या कर ली है.
क्वारंटाइन सेंटर में आत्महत्या की इस घटना ने बिहार के क्वारंटाइन सेंटर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के दावों की पोल खोल के रख दी है.