खेतों में ही किया जा रहा सब्जियां को बर्बाद
बाढ़ (अखिलेश सिन्हा की रिपोर्ट) | कोरोना वायरस से उत्पन्न महामारी के कारण सब्ज़ी उत्पादक अपनी सब्जियों को अपने खेतो में ही बर्बाद कर देने पर मजबूर हैं.

महामारी के कारण लॉकडाउन का असर सब्ज़ी उत्पादकों पर भी नज़र आ रहा है. लॉकडाउन के कारण बाढ़ के बाजार समिति में सुबह छह बजे से पहले ही सोशल डिस्टेंसिंग के तहत विक्रेताओं को अपनी सब्ज़ी बेचकर लौट जाने का हुक्म है.
जब सुबह में सब्ज़ी विक्रेता बाजार समिति पहुंचते हैं, तो सबसे पहले उन्हें वहां देख-रेख में तैनात कर्मियों को नजराने के रुप मे सौ रुपये देने पड़ते हैं. इसके बाद ही वे बाजार समिति ने सब्ज़ी बेच पाते हैं. पैसा नहीं देने पर उन्हें डंडे से मारा भी जाता है.
इन विक्रेताओं की सब्जियां लॉकडाउन से पहले पटना, झाझा, खगड़िया सहित कई अन्य जिलों में जाया करती थी. पर कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन से अभी शहर से बाहर जाने वाली गाड़ियां बंद हैं जिससे इनकी सब्जियां बाहर नहीं जा पा रही हैं. इस कारण इन पर दोहरी मार पड़ रही है.
इन सभी कारणों से यहां के सब्ज़ी उत्पादक अपनी सब्जियों को अपने खेतो में ही बर्बाद कर देने पर मजबूर हैं.