जेल में सूखी और बासी रोटियां मिलती हैं माई लॉर्ड
बेगूसराय (TBN – The Bihar Now डेस्क)| जेल की एक रोटी ने बेगूसराय सिविल कोर्ट (Begusarai Civil Court) और जेल, दोनों जगह हड़कंप मचा दिया है. इस मामले में बेगूसराय के जिला जज ने जांच के आदेश भी दे दिए हैं.
बात दरअसल यह है कि बेगूसराय जेल में बंद रामजपो यादव नामक एक कैदी ने जेल में मिली जली और सूखी रोटी को लेकर सीधे कोर्ट जा पहुंचा और जज को सच्चाई दिखा दी. आज उसे हाजिरी के लिए बेगूसराय जिला जेल से सिविल कोर्ट लाया गया था.
जिले के बीरपुर थाने के हामोडीह निवासी काराधीन रामजपो यादव के बेटे चंदन कुमार ने बेगूसराय जेल में दिए जा रहे घटिया खाने का आरोप लगाते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार झा को आवेदन देकर जेल में कैदियों को दिए जा रहे घटिया खाना के बारे में अवगत कराया.
साथ ही, उसने अपने आवेदन में जेल प्रशासन के खिलाफ घटिया खाना देने, मुलाकात के लिए आने पर नाजायज राशि वसूलने सहित कई गंभीर आरोप लगाते हुए जांच करने का निवेदन किया.
शिकायत का आवेदन मिलते ही सचिव सतीश कुमार झा ने अपनी टीम के साथ हाजत में जाकर जेल से आए रामजपो यादव से मुलाकात कर प्रस्तुत रोटी का मुआयना किया.
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सचिव ने रोटी देखने के बाद वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से इसके बारे में पूछा. इसपर पुलिसकर्मियों ने कहा कि यह रोटी जेल की नहीं है, बल्कि बाहर की रोटी है, क्योंकि जेल से किसी भी कैदी को कोई भी सामान लेकर बाहर नहीं आने दिया जाता.
बता दें, विचाराधीन कैदी रामजपो यादव के बेटे चंदन कुमार ने जेल में घटिया खाना एवं समुचित इलाज नहीं मिलने को लेकर सीजेएम न्यायालय में जेल अधीक्षक समेत कई जेल कर्मियों पर परिवाद पत्र 1259/ 2022 दाखिल किया है, जिस पर सुनवाई चल रही है.
इधर, जिला जज अजय कुमार श्रीवास्तव ने भोजन में ही अराजकता नहीं, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था में भी बड़ी चूक मानते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सतीश कुमार झा को मामले की जांच कर जल्द प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का आदेश दिया है.
इसके बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव ने जेल के अंदर जाकर मामले की जांच करने के लिए पैनल लॉयर की एक कमेटी गठित किया है. यह टीम मामले की गहन जांच करेगी और जेल के हर पहलू पर जांच कर त्वरित कार्रवाई के लिए सिफारिश करेगी. उन्होंने जेल प्रशासन से दो दिनों के अंदर घटिया भोजन कैदी को देने व किस परिस्थिति में जेल से रोटी न्यायालय पहुंचा, के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है.