अ’पराध की योजना बना रहे चार अ’पराधी गि’रफ्तार
अपराध की योजना बना रहे चार अपराधी गिरफ्तार
चार देसी कट्टा और गोलियां बरामद
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शंकरपुर मिल्की के रहने वाले हैं चारों बदमाश
पीर पहाड़ के पास पुलिस ने की कार्रवाई
मुंगेर (अभिषेक कुमार सिन्हा – the bihar now रिपोर्ट) | जिला के मुफस्सिल थाना अंतर्गत पीर पहाड़ के पास अपराध की योजना बना रहे चार बदमाशों को पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. मुफस्सिल थाना और जिला आसूचना इकाई की संयुक्त कार्रवाई में चार बदमाशों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया. इनके पास से चार देसी कट्टा, चार गोलियां और दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं.
पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को सूचना मिली थी कि मुफस्सिल थाना अंतर्गत शंकरपुर मध्य विद्यालय में कुछ अपराधी जमा हैं. मध्य विद्यालय पीर पहाड़ से सटे है और वहीं पर अपराधियों का एक समूह वारदात को अंजाम देने के इरादे से जुटा था. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जिला आसूचना इकाई की टीम सक्रिय हुई. जिला आसूचना इकाई और मुफस्सिल थाना द्वारा पहाड़ तरफ से घेराबंदी की गई. दूसरी टीम तौफ़ीर की ओर से आगे बढ़ी. सभी अपराधी मध्य विद्यालय के पास जमा थे और वहीं हथियार से लैस होकर किसी वारदात को अंजाम देने के लिए जुटे थे. पुलिस को देखकर अपराधी भागने लगे. अंधेरे के बावजूद पुलिस बल के जवानों ने खदेड़ कर चार अपराधियों को दबोच लिया. तीन अपराधी हालांकि भाग निकले. गिरफ्तार अभियुक्तों में चंदन यादव, जितेंद्र यादव, छोटू कुमार उर्फ सत्यम यादव और गौरव यादव शामिल हैं. गिरफ्तार सभी अपराधी हथियारों से लैस थे और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से जमा हुए थे. हालांकि इसी बीच पुलिस की कार्रवाई हो गई और सभी अपराधी गिरफ्तार कर लिए गए और उनके मंसूबे भी नाकाम हो गए. मुफस्सिल थाना अध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह के बयान पर मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
गिरफ्तार अपराधियों का रहा है आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार अपराधियों में से दो अपराधियों का आपराधिक इतिहास रहा है. चंदन यादव और जितेंद्र यादव पहले भी जेल जा चुके हैं. दोनों अपराधियों पर पहले से ही पुलिस की नजर थी और अंततः इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
पहाड़ पर चढ़कर क्रॉलिंग करते हुए उतरी थी पुलिस टीम
पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को पक्की सूचना थी कि लगभग छह सात अपराधी वहां जुटे हैं और सभी हथियारों से लैस हैं. यदि ग्रामीण इलाके और बस्ती से होकर पुलिस जाती तो अपराधियों के भाग निकलने की पूरी संभावना थी. इसीलिए एहतियात बरतते हुए पुलिस बल के जवानों ने पहाड़ का रास्ता चुना. रात के अंधेरे में पहाड़ की दुर्गम चढ़ाई के बाद उतरना पुलिस बल के जवानों के लिए काफी मुश्किल था. पुलिस टीम जब पहाड़ से नीचे उतर रही थी तो सामने अपराधी दिख रहे थे. इसी बीच जवानों को क्रॉलिंग करते हुए आगे बढ़ने के लिए कहा गया और पहाड़ पर उगे जंगलों में छुपकर जवान क्रॉलिंग करते हुए नीचे की ओर उतरे और एकदम से अपराधियों को पकड़ने के लिए दौड़ पड़े. तीन अपराधी भाग निकले हैं, जिनकी पहचान हो गई है. उनकी गिरफ्तारी के लिए भी छापामारी की जा रही है.