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छपरा: मेले में गिरा छज्जा, लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

छपरा (The Bihar Now डेस्क)| मंगलवार देर रात छपरा में अनियंत्रित भीड़ के कारण छज्जा गिरने से बड़ा हादसा हो गया है. छज्जे पर बैठकर लोग आर्केस्ट्रा का आनंद ले रहे थे. इस हादसे में 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. इस हादसे की लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. रात के अंधेरे में हुए इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.

जानकारी के अनुसार, छपरा के ईश्वरपुर के महावीरी अखाड़ा सह झण्डा मेला (Mahaviri Akhara cum Jhanda Mela) में अनियंत्रित भीड़ के छज्जा पर बैठने से छज्जा गिर गया. यहां, आंकड़ा नंबर 1 परसौली के बाबा लाल दास मठिया परिसर (Baba Lal Das Mathia Complex) में तीन के शेड पर लोग बैठ कर अखाड़ा मेले का आनंद ले रहे थे कि अचानक से छज्जा गिर गया. इस हादसे में कम से कम सौ लोगों के घायल होने की सूचना है. इन सभी का इलाज इसुआपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center, Isuapur) अस्पताल में चल रहा है, जबकि कई सारे लोगों का इलाज निजी क्लीनिक में हो रहा है. कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है.

अचानक धड़ाम से गिरा छज्जा

बताया जाता है कि लोग करकटनुमा छज्जे पर खड़े होकर आर्केस्ट्रा का आनंद ले रहे थे, तभी अचानक धड़ाम से छज्जा गिर गया और उस पर खड़े सभी लोग धड़ाम से नीचे गिर पड़े. छज्जा टूटने से लोग नीचे गिर गए और कई दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है. इस घटना के बाद मेले में चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई. झंडा मेले को लेकर प्रशासनिक व्यवस्था चाक-चौबंद थी और ड्रोन कैमरे से मेले की निगरानी हो रही थी. इसी दौरान अचानक एक मकान का छज्जा ताश के पत्ते की तरह ढह गया.

छज्जा गिरने के बाद लोगों के बीच चीख-पुकार मच गई. लोग घबराकर इधर-उधर भागने लगे. भागने के क्रम में जो भी गिरा, उसके ऊपर से लोग गुजरते गए. भीड़ ज्यादा होने की वजह से संभलने का भी मौका नहीं मिला. जानकारी के मुताबिक, कुछ लोगों ने भागती भीड़ को रोकने का प्रयास भी किया लेकिन बावजूद इसके भगदड़ मच गई.

मेले में बंद थी बिजली

इस मेले में बड़े हादसे को टालने के उद्देश्य से दिन के दो बजे से अगले दिन चार सितंबर के सुबह सात बजे तक बाधित रखी गयी थी. इस कारण भी हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ. बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि अखाड़े तथा मेले में प्रयुक्त कच्चे बांस के झंडे, मेटल के पाइप, सामान व अन्य हथियारों के प्रदर्शन को लेकर सुरक्षा के मद्देनजर टाउन फीडर की बिजली बंद रखी गई थी.

तुरंत शुरू हो गई राहत कार्य

हर साल होने वाले इस मेले को लेकर प्रशासन चुस्त था. व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए मौके पर पहले से ही स्थानीय प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारियों के अलावा जिले से 20 मजिस्ट्रेट, 50 महिला पुलिस बल तथा 200 पुरुष बल मौजूद थे. साथ ही यहां एंबुलेंस और प्राथमिक स्वास्थ्य शिविर की भी व्यवस्था की गयी थी. इसलिए हादसे के बाद मौके पर तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया गया जिससे कई लोगों की जान बचायी जा सकी.

बताते चलें, हर साल यहां महावीर मेला झंडा जुलूस निकाला जाता है. इस जुलूस में कई आर्केस्ट्रा ग्रुप भाग लेते हैं जिन्हें देखने के लिए हजारों की भीड़ मौजूद रहती है.