कोरोना के बीच चमकी बुखार की दस्तक

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पटना (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट) :- बिहार के पटना में स्थित राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीच्यूट (RMRI) में शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमित दो मरीज मिलने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित कुल मरीजों की संख्या 9 हो चुकी है. हालांकि शुक्रवार के बाद से अब तक एक भी मामला पॉजिटिव नहीं आया है, लेकिन संदिग्धों की सूची में शुक्रवार को 304 नए लोग शामिल किए गए हैं. इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संदिग्धों की संख्या 1760 हो चुकी है. बता दें कि गुरुवार तक 1456 लोग सर्विलांस में लिए गए थे. बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रभाव अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है इस बीच बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक बुरी खबर आ रही है.

मिली जानकारी के अनुसार  बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में “एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम” (एईएस), यानि चमकी बुखार ने भी दस्तक दे दी है. मुजफ्फरपुर जिले के SKMCH के पीआइसीयू वार्ड संख्या 2 में शुक्रवार को सकरा प्रखंड के बाजी बुजुर्ग निवासी मुन्ना राम के पुत्र आदित्य कुमार (तीन वर्ष) को भर्ती किया गया. बच्चे की स्थिति गंभीर बनी हुई है.

बता दें “एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम” को बोलचाल की भाषा में लोग चमकी बुखार कहते हैं. इस संक्रमण से ग्रस्त रोगी का शरीर अचानक सख्त हो जाता है और मस्तिष्क व शरीर में ऐठंन शुरू हो जाती है. आम भाषा में इसी ऐठन को चमकी कहा जाता है. बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में पिछले वर्ष भी  चमकी बुखार का  कहर बरपा था. इस खतरनाक बुखार की चपेट में आकर सैंकड़ों बच्चों ने अपनी जान गवाई थी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और चिकित्सकों ने कोरोना वायरस के प्रभाव के बीच चमकी बुखार से पीड़ित बच्चे के मिलने पर चिंता जताते हुए विशेष ख्याल रखने की सलाह दी है.