Big NewsBreakingअपना शहर

भागलपुर: दो साल में तीसरी बार गिरा निर्माणाधीन पुल

भागलपुर (The Bihar Now डेस्क)| भागलपुर में निर्माणाधीन सुल्तानगंज-अगुवानी घाट पुल दो साल में तीसरी बार ढह (Under-construction bridge in Bhagalpur collapses for 3rd time in 2 years) गया है, जिससे निर्माण गुणवत्ता और परियोजना प्रबंधन को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हो गई हैं.

हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. एक स्थानीय, संजीव कुमार चौधरी ने ढहने का विवरण साझा करते हुए कहा, “सुबह लगभग 7:00-7:30 बजे, पुल ढह गया. यह कई बार ढह चुका है. यह सरकार की विफलता को दर्शाता है…यह कमजोर होने के कारण कई बार टूट चुका है पुल बिहार के भागलपुर जिले के सुल्तानगंज-अगुवानी घाट पर निर्माणाधीन फोरलेन पुल शनिवार को टूटकर गंगा नदी में गिर गया.

यह पुल, जो भागलपुर जिले के सुल्तानगंज को खगड़िया जिले के अगुवानी घाट से जोड़ता है, नौ वर्षों से निर्माणाधीन है और इसके निर्माण शुरू होने के बाद से इसे बार-बार असफलताओं का सामना करना पड़ा है.

एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी को गंगा नदी पर अगुवानी-सुल्तानगंज पुल बनाने का काम सौंपा गया था. पुल के निर्माण में पहले ही सैकड़ों करोड़ रुपये डूब चुके हैं, जो अब तीन बार ढह चुका है.

ढहने के सटीक कारणों का पता लगाने और सुधारात्मक उपायों को लागू करना सुनिश्चित करने के लिए एक जांच चल रही है.

इससे पहले चार जून को भागलपुर में अगुवानी-सुल्तानगंज निर्माणाधीन पुल ध्वस्त हो गया था.

उस समय पुल ढहने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दिए थे और अधिकारियों से घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने को कहा था. नीतीश कुमार ने कहा था, “जो पुल 4 जून को गिरा था, वह पिछले साल भी गिरा था. मैंने संबंधित अधिकारियों को मामले को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया है. इसका निर्माण सही ढंग से नहीं किया जा रहा है, इसलिए यह बार-बार टूट रहा है. विभाग इस पर गौर करेगा. मैंने अधिकारियों को साइट का दौरा करने का निर्देश दिया है और कार्रवाई की जाएगी.”

नीतीश संस्थागत भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह

इधर, आरजेडी ने नीतीश पर हमला करते हुए कहा है कि 𝟏𝟕𝟏𝟎 करोड़ की लागत से बन रहा पुल तीसरी बार गिरा. बिहार में नीतीश कुमार और पुलों के बीच गिरने का अनैतिक कंपीटिशन चल रहा है. विगत दो महीनों में बिहार में 𝟑𝟎 से अधिक पुल गिर चुके है क्योंकि नीतीश कुमार संस्थागत भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह है.