जीवन बचाने को किया गया रक्तदान है महादान
सासाराम (धनंजय कुमार – The Bihar Now) | स्वैच्छिक रक्तदान कार्यक्रम के अंतर्गत यहाँ की शैक्षणिक संस्था संत पॉल स्कूल में रक्त अधिकोष सदर अस्पताल एवं रेड क्रास सोसायटी द्वारा शुक्रवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर में विद्यालय के टीचिंग एवं नन टीचिंग स्टाफ ने बिना किसी दबाव में स्वेच्छा से रक्तदान किया.
रक्तदान कार्यक्रम के शुरू होने से पहले रक्तदान स्थल का निरीक्षण किया गया. इसके बाद अधिकाधिक लोगों से रक्तदान करने की अपील की गई. अपील करने वालों में पूर्व सिविल सर्जन डॉ सुधीर कुमार, डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ के एन तिवारी, संत पॉल स्कूल के चेयरमैन, लायंस क्लब के पूर्व जिलापाल डॉ एस पी वर्मा तथा रेड क्रास सोसायटी के सेक्रेटरी राहुल वर्मा शामिल थे.
पूर्व सिविल सर्जन डॉ सुधीर कुमार ने रक्तदाताओं को बताया कि रक्तदान से कोई शारीरिक दुर्बलता या कमजोरी नहीं होती है और यह पूर्णतः सुरक्षित होता है. उन्होंने बताया कि 18 से 60 वर्ष का कोई भी व्यक्ति, जिसका वजन 45 किलोग्राम से अधिक हो, वह आराम से रक्तदान कर सकता है.
पाँच गंभीर बीमारियों की जाँच नि: शुल्क हो जाती है
रक्तदाता के रक्त से पाँच गंभीर बीमारियों, एचआईवी, हेपेटाइटिस बी एवं सी, मलेरिया एवं सिफलिस की जाँच नि: शुल्क हो जाती है. यह बात डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ के एन तिवारी ने बताई. उन्होंने बताया कि रक्तदाता को सदर अस्पताल की तरफ से डोनर कार्ड भी दिया जाता है. जरूरत पड़ने पर रक्तदाता (डोनर) इस कार्ड का एक वर्ष के भीतर कभी भी उपयोग कर सकता है. वह रक्तदान किए गए यूनिट रक्त के बराबर किसी भी सरकारी रक्त अधिकोष ( ब्लड बैंक ) से रक्त ले सकता है.
संत पॉल स्कूल के शिक्षक सह मीडिया प्रभारी अर्जुन कुमार ने बताया कि इस स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में पूजा सिंह एवं राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय, संग्रामकांत, रीना गुप्ता, ब्रज किशोर पांडेय, प्रिया सिंह, निभा तिवारी, अजय सिंह आदि विद्यालयकर्मियों ने रक्तदान किया.
स्वैच्छिक रक्तदान कार्यक्रम के इस अवसर पर संत पॉल स्कूल की प्राचार्या आराधना वर्मा, सहकर्मी वाई बी तिवारी, प्रबंधक रोहित वर्मा, सदर अस्पताल के ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ भगवान सिंह, लैब टेक्नीशियन शशिकान्त चौधरी, रक्त संग्रह मशीन के साथ उपस्थित होकर रक्त अधिकोष के लिए रक्त संग्रह किया.