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नीतीश की जनसंख्या नियंत्रण नीति ‘गोईठा में घी डालने जैसा’ – अजय आलोक

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| पार्टी से निकाले जाने के बाद जदयू के पूर्व प्रवक्ता डॉ अजय आलोक (Dr Ajay Alok) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की नीतियों पर प्रश्न उठाना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में गुरुवार को उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि नीतीश की जनसंख्या नियंत्रण नीति ‘गोईठा में घी डालने जैसा’ है.

जेडीयू से निकाले जाने के बाद अजय आलोक द्वारा नीतीश कुमार की नीतियों पर सवाल उठाने पर उन्हें बीजेपी नेताओं का भी साथ मिल रहा है. जनसंख्या नियंत्रण नीति (Nitish’s Population Control Policy) पर किए गये ट्वीट पर उन्हें बीजेपी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) का सपोर्ट मिला है.

दरअसल पार्टी में रहते हुए जिन मुद्दों पर बोलने से अजय आलोक परहेज करते थे, अब पार्टी से निकाले जाने के बाद खुल कर बोल रहे हैं. गुरुवार को उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर नीतीश कुमार के स्टैंड पर ही सवाल उठा दिया.

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अजय आलोक ने विकीपीडिया के एक आंकड़े के साथ ट्वीट किया- “आज 11 वर्षों के बाद बिहार की आबादी 13 करोड़ हो गई मतलब 30% की बढ़ोतरी, प्रजनन दर 3.3% से घट के 2.9% हो गया, महिला शिक्षा और जागरूकता के कारण, लेकिन राष्ट्रीय औसत से बहुत ज्यादा हैं. धर्म विशेष की आबादी 1.74 करोड़ से बढ़ कर लगभग 2.5 करोड़ हो चुकी हैं, मतलब 40% से ऊपर लेकिन कानून नहीं बने.

इसी में उन्होंने आगे लिखा, ‘ये अगर किसी राजनीतिक दल का स्टैंड हैं कि क़ानून नहीं बने सिर्फ़ जागरूकता करिए तो ग़लत हैं , सत्ता सर्व समाज के लिए हैं किसी को खुश करने के लिए नहीं , वैसे भी बिहार और देश का अल्पसंख्यक हमेशा निर्णायक रहा हैं कि वो वोट कहाँ देगा इसीलिए गोईठा में घी डालने का फ़ायदा नहीं होगा‘.

बीजेपी नेता ने किया समर्थन

नीतीश की जनसंख्या नियंत्रण नीति पर अजय आलोक द्वारा किए गए इस ट्वीट का केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने समर्थन किया है. गिरिराज सिंह ने अजय आलोक के ट्वीट पर प्रतिक्रिया दिया और लिखा, ‘अजय आलोक जी आपने सही लिखा है. जनसंख्या नियंत्रण कानून को राजनीति के चश्मे से देखने की जरूरत नहीं है. राष्ट्र के विकास के चश्मे से देखने की जरूरत है. अगर 1979 में चाइना (चीन) जनसंख्या नियंत्रण के लिए एक कड़ा कानून नहीं बनाया होता तो आज दुनिया के सामने सशक्त चाइना नहीं होता‘.

नीतीश को दे रहे संदेश

सीधे नीतीश कुमार की नीतियों पर सवाल उठा कर अजय आलोक यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि पार्टी से निकाले जाने का उन्हें कोई अफसोस नहीं है. गुरुवार को अजय आलोक ने एक और ट्वीट किया, ‘प्रकृति का नियम हैं मौसम बदलता हैं और आदमी भी बदलता है, लेकिन मूल चरित्र नहीं बदलता. मैं आज से अपने मूल स्वरूप में रहूंगा, पाटलिपुत्र क्रांति की जननी रही हैं और मैं इस धरती का पुत्र हूं और इस साल की बारिश पूरे वेग में रहेगी. जय हिंद’.