बाढ़ अनुमंडलीय अस्पताल: क्या सचमुच दम तोड़ देगा डिजिटल एक्स-रे
बाढ़ (TBN – अखिलेश्वर सिन्हा की रिपोर्ट)| सरकारी कार्यालयों में किसी भी चीज की शुरुआत तो बड़े धूमधाम से होती है लेकिन कुछ समय बीतते ही सब हवा-हवाई हो जाती है. यही हाल बाढ़ अनुमंडलीय अस्पताल (Barh Sub-Divisional Hospital) का है जहां एक साल पहले शुरू किए गए डिजिटल एक्सरे का काम शनिवार से बंद कर दिया गया है.
बता दें, स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के अनुमंडलीय अस्पतालों में डिजिटल-एक्सरे की शुरुआत की गई थी. लेकिन कई जगहों पर यह सुविधा एक साल के अंदर ही बंद हो गया है या होने की कगार पर है. विभाग ने बाढ़ के अस्पताल में डिजिटल-एक्सरे का कार्य एक साल पहले शुरू किया था. यह कार्य एक एजेंसी के जिम्मे है. लेकिन आश्चर्यजनक रूप से इस एजेंसी लगभग 20 लाख का भुगतान सरकार ने नहीं किया है. इस कारण एजेंसी ने एक्सरे का काम शनिवार को बंद होने का ऐलान कर दिया.
यह भी पढ़ें| अररिया पोक्सो कोर्ट ने 6 साल की बच्ची से दुष्कर्म मामले में मौत की सजा सुनाई
एक साल से नहीं मिला भुगतान
गौरतलब है, एजेंसी द्वारा बिलों के जमा करने के बावजूद पिछले एक साल से सरकार द्वारा भुगतान नहीं किया गया है. बकौल एजेंसी, यह राशि करीब 20 लाख से ऊपर पहुँच गई है. इस कारण एजेंसी ने बाढ़ अनुमंडलीय अस्पताल में काम करने वाले अपने टेक्निशन व अन्य स्टाफ को उनकी सैलरी नहीं दी है. जब पानी सर के ऊपर चला गया, तब एजेंसी ने एक्स-रे का काम बंद करने की सूचना अस्पताल के मैनेजमेंट को दे दी है.
बताते चलें, इस अस्पताल में रोजाना लगभग 30 से 40 मरीजों का एक्स-रे हुआ करता था. एक्स-रे की सुविधा बंद होने से अस्पताल में आने वाले मरीजों, जिन्हें एक्स-रे की जरूरत है, के लिए असुविधा काफी बढ़ जाएगी.
बात कुछ हो, लेकिन सरकार द्वारा पैसे का ससमय भुगतान न किए जाने की स्थिति में यदि एजेंसी ने सचमुच डिजिटल एक्स-रे का काम बंद कर दिया तो यह प्रशासन के लिए शर्म की बात होगी. प्रशासन को यह पता करना चाहिए कि इसके लिए कौन दोषी है. साथ ही आम जनता के हितों को देखते हुए इसका जल्द से जल्द समाधान निकालना चाहिए.