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एसीएस (शिक्षा) का पटना डीएम को ‘वार्निंग’, पूछा – ‘शीतलहर में सिर्फ बच्चों की सेहत पर असर कैसे’

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| शिक्षा विभाग और पटना डीएम के बीच जारी ‘लेटर वॉर’ के बीच एक बार फिर विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक के माध्यम से पटना डीएम को चेतावनी दी है. पत्र में लिखा गया है कि डीएम ने विभाग के आदेश का उल्लंघन किया है.

बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने फिर से पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह को लेटर भिजवाया है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद ने पटना डीएम को एक पत्र भेजा है. इस पत्र में कहा गया है कि आपने शिक्षा विभाग के आदेश के बाद भी स्कूलों को बंद किया है. यह विभाग के आदेश का साफ तौर पर किया गया उल्लंघन है.

इसके साथ ही पत्र में कहा गया है कि विभाग ने क्षेत्राधिकार का उल्लंघन नहीं किया है. आपने क्षेत्राधिकार के बाहर जाकर धारा 144 के तहत त्रुटिपूर्ण आदेश निकाला. शिक्षा विभाग की ओर से जारी इस पत्र में कहा गया है कि सरकारी प्रतिष्ठान को लेकर रेगुलेटरी मेकेनिज्म बना है. सीआरपीसी की धारा 144 लगाना पूरी तरह अनुचित है. आंख मूंदकर सरकारी स्कूलों में धारा 144 लगाना गलत. अगर स्कूल बंद करना जरूरी था तो आपको शिक्षा विभाग से अनुरोध करना चाहिए था.

शिक्षा विभाग के पत्र में कहा गया कि शीतलहर में सिर्फ बच्चों की सेहत पर कैसे असर पड़ता है. बुजुर्ग, बीमार लोगों की सेहत पर भी तो असर पड़ता. दुकानों, पार्क, मॉल में बच्चे जा रहे हैं उसके लिए आपने धारा 144 लगाया क्या? शिक्षा विभाग ने डीएम पटना पर आरोप लगाते हुए कहा कि आपने जान बूझकर आपने शिक्षा विभाग के आदेश का उल्लंघन किया है.

शिक्षा विभाग ने साफ कहा कि अगर विभाग सुप्रीम कोर्ट में दे चुनौती, आपके आदेश के आलोक में विभाग की चुनौती के बाद आपको स्पष्टीकरण देना पड़ सकता. शिक्षा विभाग ने डीएम से साफ कहा कि आपका आदेश न्यायिक समीक्षा पर बिल्कुल खड़ा नहीं उतरेगा. यह भी कहा कि यह सरकार के दो अंगों का आपसी मामला है. इसको लेकर शिक्षा विभाग आपके आदेश को कोर्ट में चुनौती नहीं देगा.

(इनपुट-मीडिया रेपोर्ट्स)