सत्संग में हाईवोल्टेज बिजली का तार गिरने से 10 झुलसे, चल रहा इलाज
बेगूसराय (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बेगूसराय में सत्संग के दौरान बिजली के हाईटेंशन तार के टूटकर गिरने से तार की चपेट में आने से दस लोग झुलस गए हैं. इनमें अधिकांश महिलाएं शामिल हैं. इसमें सात को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय रेफर कर दिया गया है.
घटना मोहनपुर पंचायत के हेमनपुर गांव की है, जहां एक सत्संग कार्यक्रम के दौरान लोग हाई टेंशन तार की चपेट में आ गए है. अचानक हुए इस हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. बताया जा रहा है कि मोहनपुर पंचायत के हेमनपुर गांव में छोटेलाल ठाकुर की पत्नी का वार्षिक श्राद्ध कार्यक्रम चल रहा था.
यह सत्संग कार्यक्रम घर के सामने वाले दरवाजे पर हो रहा था. लोग शमियाना के नीचे प्लास्टिक के तिरपाल पर बैठकर कार्यक्रम में भाग ले रहे थे. इस बीच अचानक तार टूटकर गिर गया तथा साउंड सिस्टम माइक में करंट आने लगा. जिससे तिरपाल में आग लग गया. जिससे काफी अफरातफरी मच गई.
इस घटना में घायल लोगों को आनन फानन में इलाज के लिए पीएचसी लाया गया. इसमें इलाज के बाद सात घायलों को बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय रेफर कर दिया गया है. फिलहाल पांच का इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है. वहीं, दो का इलाज निजी क्लीनिक में चल रहा है.
घायलों में चंद्रभूषण चौधरी की पत्नी सुशीला देवी एवं पुत्री रानी कुमारी, निरंजन चौधरी की पत्नी रंजू देवी, घुलो महतो की पत्नी कलावती देवी, महेंद्र महतो की पत्नी अहिल्या देवी, विभा देवी, गायत्री देवी, सीता देवी, उमा देवी एवं विनोद कुमार शामिल हैं.
गिरिराज ने की जांच की मांग
सत्संग कार्यक्रम में बिजली का तार गिरने से हुए हादसे की गिरिराज सिंह ने जांच की मांग की है. घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में कार्यक्रम छोड़कर घायलों से मिलने सदर अस्पताल पहुंचे गिरिराज सिंह ने कहा कि घटना जांच का विषय. हादसा बिजली विभाग के गलती से और लापरवाही से हुआ है या और कोई कारण है. यह घटना चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा, उम्मीद करता हूं कि सभी जल्द स्वस्थ हो जाएं. दस लोगों का झुलस जाना बहुत बड़ी घटना है. किसी राज्य में गिने-चुने जगह पर ऐसी घटना होती है. बिजली विभाग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए. 10 लोग घायल हुए, जिसमें दो की स्थिति गंभीर बनी हुई है. डॉक्टर का कहना है कि सदर अस्पताल लाने के बाद दो को दूसरे जगह ले जाया गया है, दो बखरी पीएचसी में हैं, शेष सदर अस्पताल में हैं.
(इनपुट-एजेंसी)