पाकिस्तान में मंदिर में तोड़फोड़ और आगजनी करने वाले हुए रिहा
पकिस्तान में हिन्दुओं के धार्मिक स्थलों की दयनीय स्तिथि किसी से भी छुपी नहीं है. बात सिर्फ हिन्दुओं के धार्मिक स्थलों तक ही सीमित नहीं है. हिन्दुओं की हालात भी बद से बदतर है. हिन्दुओं के उत्पीड़न को लेकर हर रोज़ बहुत सी खबरें पडोसी मुल्क से आती रहती हैं. अल्पसंख्यक हिंदुओं की महिलाओं का अपहरण कर उनसे जबरदस्ती निकाह करना तो जैसे आम बात सी हो गयी है. ये तो चंद मामले ही हैं जो सामने आये हैं बहुत सारे मामले ऐसे भी हैं जो उजागर ही नहीं हुए.
करतारपुर कॉरिडोर खुलने के बाद से सिखों के पवित्र स्थल ननकाना साहिब गुरुद्वारे में दुनिया भर से बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालु दर्शन करने जाने लगे थे. पर कुछ कट्टरपंथी लोगों ने यहाँ भी पत्थरबाजी की थी जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था. पूरे विश्व में इस घटना की कड़ी निंदा की गयी थी. इस घटना के विराध में भारत में भी जगह जगह हिन्दुओं और सिक्ख समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किये थे.
सितंबर माह में सिंध में हिंदू मंदिर में कुछ कट्टरपंथियों ने तोड़फोड़ की थी और फिर अभी पिछले दिनों हिन्दुओं के माता रानी भटियानी मंदिर में आगजनी कर पवित्र मूर्ति और ग्रंथों को हानि पहुंचाई थी.
पाकिस्तान पुलिस ने हिंदू मंदिर परिसर में तोड़फोड़, आगजनी,मूर्तियों तथा धर्मग्रंथों को अपवित्र करने के प्रयास के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया था पर शिकायत बापस लेने के बाद चारों लड़कों को रिहा कर दिए गया है. इस मामले में शिकायतकर्ता प्रेम कुमार के अनुसार उन्होंने गुडविल जेस्चर के तहत स्थानीय हिंदू पंचायत के नेताओं के कहने पर इस तरह का कदम उठाया है.
एक तरफ पाकिस्तान में हिंदुओं तथा उनके धर्म स्थलों को अपवित्र करने और हानि पहुंचाने का सिलसिला लगातार जारी है और यहाँ भारत देश में हर धर्म के व्यक्ति के लिए अपने-अपने धर्म को मानने और धर्म में विश्वास रखने की पूरी तरह से आज़ादी है. भारत में अलग अलग धर्म के लोग सवतंत्रा से अपने धर्म को निभाते हैं . ये भारत की एकता की ही मिशाल है. ये गर्वान्वित करने वाला है कि भारत जैसा देश पूरे विश्व में कहीं नहीं है.