ग्रामीण सड़कें लालू राज की याद दिलाती हैं : प्रशांत किशोर
बलथर / पश्चिमी चम्पारण (TBN – अनुभव सिन्हा की रिपोर्ट)| जन सुराज अभियान (Jan Suraaj Abhiyaan) ने शुक्रवार 14 अक्टूबर को 100 किलोमीटर की पदयात्रा (Jan Suraaj Padyatra) पूरी कर ली. यह पदयात्रा 3500+ किलोमीटर की है जिसमें पूरे बिहार का भ्रमण इस अभियान के तहत होगा.
अभियान का नेतृत्व कर रहे प्रशांत किशोर अभी पश्चिमी चम्पारण के मैनाटांड़ प्रखण्ड में हैं और उनकी पदयात्रा गांव-गांव में हो रही है.
100 किलोमीटर की पदयात्रा पूरी कर लेने पर शुक्रवार को उन्होने मीडिया से बात की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के विकास के दावों का जिक्र करते हुए उन्होने पूछा कि नीतीश कुमार के कार्यकाल का यह कैसा विकास है जो लालू राज (Lalu Raj) की याद दिला देता है ! उनका इशारा नीतीश कुमार के सड़क निर्माण के बड़े दावे की ओर था.
प्रशांत किशोर के अनुसार हाईवे से नीचे उतरते ही सड़क निर्माण का भ्रम दूर हो जाता है. ग्रामीण इलाकों की सड़कों की स्थिति पर कटाक्ष करते हुए उन्होने कहा कि ग्रामीण सड़कें लालू राज को तरोताजा कर देती हैं. यह इस बात का भी प्रमाण है कि ग्रामीण इलाके परिवहन की सुविधा से इसलिए वंचित हैं क्योंकि विकासात्मक गतिविधियां वहां ठप्प पड़ी हुई हैं.
बलथर में मीडिया से बात करते हुए बीते मार्च महीने में यहां हुई डीजे काण्ड की घटना का भी उन्होने जिक्र किया जिसमें एक ग्रामीण और एक हवलदार की मृत्यु हो गई थी. इस घटना से बलथर और आर्यनगर के पीड़ित परिवारों के 700-800 सदस्यों से उन्होने मुलाकात की और बताया कि यहां अभी भी डर का माहौल है. उन्होने ग्रामीणों को एक समिति बनाने का सुझाव दिया जिसके सदस्य स्थानीय प्रशासन से बातचीत करें ताकि विश्वास का वातावरण बनाया जा सके और प्राथमिकता के आधार पर इसका हल निकल सके..
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एक सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने बताया कि जन सुराज पदयात्रा को उन नेताओं और दलों से सहयोग मिल रहा हैं जिनके लिए उन्होंने काम किया, जिनकी जीत में अपना कंधा मिलाया, बिहार में हो रहे इस प्रयोग में उनका सहयोग मिल रहा है. पर उन्होने यह भी जोड़ा कि जन सुराज पदयात्रा के लिए जिस स्तर क्राउड फण्डिंग की तैयारी हो रही है, वह एक बड़ी और पारदर्शी व्यवस्था होगी जिसमें कोई भी अपना योगदान दे सकता है.